केजरीवाल सरकार ने 12 लाख नौकरियों का किया था वादा, 2020 के बाद से नहीं दी कोई नौकरी: RTI में खुलासा
दिल्ली के सीएम केजरीवाल दावा करते हैं कि उन्होंने 12 लाख नौकरियाँ दी हैं, लेकिन RTI में खुलासा हुआ है कि 2020 के बाद एक भी नौकरी नहीं दी गई।
दिल्ली के सीएम केजरीवाल दावा करते हैं कि उन्होंने 12 लाख नौकरियाँ दी हैं, लेकिन RTI में खुलासा हुआ है कि 2020 के बाद एक भी नौकरी नहीं दी गई।
देश भर में 47 जगहों पर रोजगार मेला का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए 1 लाख से अधिक युवाओं को नियुक्ति-पत्र दिए।
देश के 37 जगहों पर रोजगार मेला का आयोजन हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए करीब 51 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी के लेटर दिए।
केंद्र सरकार के सातवें रोजगार मेला का आयोजन हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 70 हजार से ज्यादा लोगों को नियुक्ति-पत्र सौंपे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'रोजगार मेला' में 70,000 युवाओं को सरकारी नौकरियों का 'नियुक्त पत्र' वितरित किया। देश भर में 43 जगहों पर आयोजन।
पहले की धीमी और ऑफलाइन नियुक्ति प्रक्रिया को खत्म कर तकनीक आधारित और समयबद्ध नियुक्ति प्रक्रिया अपनाई गई है। इससे अनियमितता खत्म हुई है।
प्रधानमंत्री ने 10 लाख लोगों की भर्ती के लिए रोजगार मेला शुरू किया था। इसी कड़ी में रोजगार की पहली किश्त के रूप में, 71000 नियुक्ति पत्र बाँटे हैं।
केजरीवाल के रोजगार को लेकर बड़े-बड़े वादों और विज्ञापनों की पोल दिल्ली में नौकरियों पर डाले गए एक RTI ने खोल दी है।
कुल आवेदकों में से 84 महिला उम्मीदवारों समेत 784 लोगों को एक अगस्त को होने वाली लिखित परीक्षा के लिए बुलाया गया है।
कोरोना महामारी के बावजूद इस वर्ष MGNREGS (महात्मा गाँधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) के तहत रिकॉर्ड संख्या में मजदूरों को पेमेंट किए गए।