‘दिन में 2 बार गुरुद्वारा जाते थे लखबीर’: परिवार से सिख संस्था ने कहा – वो सरकारी एजेंट था, हत्या का अफ़सोस नहीं, माफी भी नहीं माँगेंगे
सत्कार कमिटी ने कहा कि गुरु ग्रन्थ साहिब का अनुसरण और इसकी रक्षा करना हमारे जिम्मेदारी है, जिसके लिए हम जा ले भी सकते हैं और दे भी सकते हैं।