तालिबान की मददगार पाकिस्तानी फौज, ढेर कर अफगान सेना ने दुनिया को दिखाए सबूत: भारत के बनाए बाँध को भी बचाया
अफगानिस्तान की सेना ने तालिबान को कई मोर्चों पर पीछे धकेल दिया है। उनकी मदद करने वाले पाकिस्तानी फौज से जुड़े कई लड़ाकों को भी मार गिराया है।
अफगानिस्तान की सेना ने तालिबान को कई मोर्चों पर पीछे धकेल दिया है। उनकी मदद करने वाले पाकिस्तानी फौज से जुड़े कई लड़ाकों को भी मार गिराया है।
न्यूज चैनलों में जो दानिश की मृत्यु को लेकर खबरें चली हैं वह केवल उस बर्बरता को छिपाने का प्रयास है जो तालिबानियों ने की।
तालिबान ने पहले ही चीन को आश्वासन दे दिया था कि वो शिनजियांग के मुस्लिमों में बढ़ते कट्टरपंथ को लेकर चुप रहेगा। साथ ही चीन जो उइगर मुस्लिमों के खिलाफ…
"वीडियो में आप देख सकते हैं कि कंधारी कॉमेडियन खाशा का पहले तालिबानी आतंकियों ने अपहरण किया। फिर इसके बाद आतंकियों ने उन्हें कार के अंदर कई बार थप्पड़ मारे…
तालिबान प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि दानिश सिद्दीकी का शव युद्धक्षेत्र में पड़ा था, जिसकी बाद में पहचान हुई तो रेडक्रॉस के हवाले किया गया।
अफगानिस्तान के मध्य प्रांत गजनी में मलिस्तान जिले पर हमले के बाद तालिबान ने 43 नागरिकों और सुरक्षा बल के सदस्यों की गोली मारकर हत्या कर दी।
अफगानिस्तान में तालिबान ने 100 लोगों की हत्या की, 90 फीसदी हिस्से पर कब्जा, मरने वाले अधिकतर सरकार से सहानुभूति रखने के संदिग्ध लोग हैं।
रिपोर्ट से पता चलता है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकी पहले की तरह दोबारा कश्मीर में अराजकता फैलाना चाहते हैं और इस बार उनके निशाने पर केरल भी है।
1971 के युद्ध में पाक सेना के उच्चाधिकारियों ने 93,000 सैनिकों के साथ भारत के सामने आत्मसमर्पण किया था, उसी दौरान यह तस्वीर खींची गई थी।
पुलित्जर अवॉर्ड विजेता फोटोग्राफर के बारे में अफगानिस्तान के कमांडर बिलाल अहमद ने खुलासा किया है कि उनके शव के साथ भी बर्बरता की गई थी।