भारत की स्त्रियों का गरिमामयी और सशक्त इतिहास: पुरुषों के साथ मिलकर रची हैं सफलता की कहानियाँ, आवश्यकता है संपूरकता के विमर्श की
यदि रावण ने सीता माता का हरण किया तो उनकी रक्षा के लिए पुरुषों ने योगदान दिया। यदि स्त्रियों ने जौहर किया तो साका भी हजारों पुरुषों ने किया।