‘ह्यूमैनिटी टूर’ पर प्रोपेगेंडा, कश्मीर फाइल्स ‘इस्लामोफोबिक’: द क्विंट को विवेक अग्निहोत्री ने किया बेनकाब
"हम इन फेक FACT-CHECKERS को नजरअंदाज करते थे, लेकिन सच्ची देशभक्ति इन देशद्रोही Urban Naxals (अर्बन नक्सलियों) को बेनकाब करना और हराना है।”
"हम इन फेक FACT-CHECKERS को नजरअंदाज करते थे, लेकिन सच्ची देशभक्ति इन देशद्रोही Urban Naxals (अर्बन नक्सलियों) को बेनकाब करना और हराना है।”
मध्य प्रदेश के खरगोन में हिंसा के बाद प्रशासन द्वारा लगाए गए 'सुरक्षा अवरोधों' को वामपंथी मीडिया का एक समूह 'नफरत की दीवार' घोषित कर रहा है।
वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा है कि मुस्लिम लड़की को उसके परिवार के सदस्य एक गैर-मुस्लिम लड़के से प्यार करने की वजह से पीट रहे हैं।
एनडीटीवी ने 32 मिनट की वीडियो में तेलंगाना सरकार का विज्ञापन चलाया और उसमें ये भी नहीं बताया कि ये एक पेड वीडियो है।
मॉडरेटर जूली की 'अज्ञानता' और अय्यूब की 'पत्रकारिता' की जवाबदेही की कमी के कारण, दुनिया भर के श्रोताओं को एक बार फिर झूठ परोसा गया।
"यह हिंदुओं के खिलाफ पूरी तरह से नफरत फैलाना है और कश्मीरी हिंदुओं के सामूहिक नरसंहार को बेशर्मी से जायज ठहराना है।"
कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तानी प्रोपगेंडे को आगे बढ़ाते हुए रेडफिश डिजिटल मीडिया ने एक डॉक्यूमेंट्री की झलक दिखाई थी, इसके बाद रूसी दूतावास ने अपना बयान जारी किया।
प्रधानमंत्री के विशेष सलाकार दीपक वोहरा ने जानकारी दी कि हामिद अंसारी उनके IFS में सीनियर रहे हैं और वह उन्हें विश्वासघातियों की श्रेणियों में रखते हैं।
पाकिस्तानी सेना के प्रोपेगेंडा ट्विटर हैंडल ने एक फर्जी वीडियो ट्वीट कर दावा किया कि भारत सरकार सिखों को सेना से हटाने की योजना बना रही है।
वीबो पर जिन लोगों ने बताया कि सीसीपी ने वू जंग और उनकी बीवी जाई नन को वीडियो के लिए इस्तेमाल किया, कथिततौर पर उनका अकॉउंट सस्पेंड कर दिया गया…