Ravish Kumar

‘गंभीर पत्रकार’ रवीश ने मोदी को घेरने के चक्कर में मृत्यु दर को फर्टिलिटी रेट बताया, रोते रहे ‘रवीश रोना’

शो में, रवीश कुमार ने दिल्ली में चीनी महामारी से प्रभावित लोगों को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की। इसके साथ ही उन्होंने मोदी सरकार पर यह दावा करते हुए कटाक्ष…

चीन का ‘रवीश-रोना’ वापस चालू: 7 चीनी कम्पनियों को चिह्नित करने पर कहा- भारत को ही होगा नुकसान

सात चीनी कंपनियों की पहचान की गई है, जिनमें हुवाई, अलीबाबा समेत 7 बड़ी कंपनियों के नाम शामिल हैं। ये उन 7 कंपनियों की सूची में शामिल हैं, जिनके खिलाफ…

व्यंग्य: बकैत कुमार की स्क्रिप्ट लीक, विकास दूबे एनकाउंटर | Bakait Kumar’s Primetime script leaked

विकास दूबे एनकाउंटर पर बकैत कुमार की स्क्रिप्ट लीक हो गई। जानिए आज क्या बोलेंगे बकैत कुमार रात के प्राइमटाइम में...

व्यंग्य: विकास दुबे एनकाउंटर पर बकैत कुमार की प्राइमटाइम स्क्रिप्ट हुई लीक

आज सुबह खबर आई कि एनकाउंटर हो गया। स्क्रिप्ट बदलनी पड़ी। जज्बात बदल गए, हालात बदल गए, दिन बदल गया, शाम बदल गई!

रवीश कुमार जैसे दूसरे धर्म वाले, चाहे वो कितना भी हमारे पक्ष में बोलें, नरक ही जाएँगे: जाकिर नाइक

बकौल ज़ाकिर नाइक, रवीश कुमार हों या 'समुदाय का पक्ष लेने वाले' अन्य... उन सभी के लिए नरक की सज़ा की ही व्यवस्था है।

डॉ अनवर को निर्दोष साबित करने के रवीश कुमार का प्राइम टाइम, दर्शकों को बरगलाने के लिए तथ्यों से की छेड़छाड़

डॉक्टर अनवर, न्यू मुस्तफाबाद स्थित अल हिंद हॉस्पिटल का मालिक है। ये अस्पताल फारुकिया मस्जिद और उस मिठाई दुकान से 1km दूर है, जहाँ दिलबर नेगी काम करता था।

व्यंग्य: टिकटॉक बैन पर रवीश कुमार क्या बोले? | Satire: Ravish Kumar reacts on TikTok ban

टिकटॉक बैन पर रवीश कुमार क्या बोले? आखिर अल्पसंख्यकों को जीने क्यों नहीं दे रही ये सरकार? फासीवादी सरकार ने टिकटॉक बैन कर के...

व्यंग्य: अल्पसंख्यकों को खुश नहीं देखना चाहती सरकार: बकैत कुमार दुखी हैं टिकटॉकियों के जाने से

आज टिकटॉक बैन किया है, कल को वो आपका फोन छीन लेंगे। यही तो बाकी है अब। आप सोचिए कि आप सड़क पर जा रहे हों, चार पुलिस वाला आएगा…

रवीश कुमार ने डीएसपी दविंदर सिंह के बारे में बोला झूठ, चार्जशीट दाखिल नहीं होने की वजह से ‘जेल से बाहर’ घूम रहे

एनडीटीवी पर अपने प्राइम टाइम शो में पत्रकार रवीश कुमार ने निलंबित पुलिस अधिकीरी देविंदर सिंह के बारे में झूठ बोला कि मामले में चार्जशीट दायर न होने के कारण…

‘जस्टिस’ रवीश कुमार नींद से नहीं जागना चाहते क्योंकि उन्हें वही ‘दंगा साहित्य’ पसंद है जो वास्तविकता से अलग है

रवीश आज भी नेहरू-इंदिरा के अहंकार के उस दौर से आतंकित हैं, जब मनचाहे तरीकों से सत्ता, समाज और संस्थाओं को अपने नियंत्रण में रखा करती थी। लप्रेकी रवीश इस…