हल्द्वानी में अवैध हथियारों से लैस थे दंगाई, सपा नेता का भाई जावेद गिरफ्तार
हिंसा करने दंगाई भीड़ सड़कों पर अवैध असलहों के साथ उतरी थी, जिनसे उन्होंने कुछ निर्दोषों को मौत के घाट उतार दिया और बाद में उन शव भी फेंक दिया।
हिंसा करने दंगाई भीड़ सड़कों पर अवैध असलहों के साथ उतरी थी, जिनसे उन्होंने कुछ निर्दोषों को मौत के घाट उतार दिया और बाद में उन शव भी फेंक दिया।
एबीवीपी का कहना है कि जेएनयू के मासूम छात्रों पर वामपंथी गुटों ने धारदार हथियार और अपनी स्टील की बनी ढपलियों से हमला किया।
उत्तराखंड के हल्द्वानी में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई कर रही पुलिस पर किए गए हमले में एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं।
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि नमाज के बाद निकलते हुए लोगों ने हिंसा की, दुकानों को तोड़ दिया गया। एक दुकान में लगे फूलों को तोड़ कर फेंक दिया गया।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी हिंसा पीड़ितों से मुलाकात की और कहा कि अतिक्रमण विरोधी अभियान कोर्ट के निर्देशों के मुताबिक जारी रहेगा।
कमल शर्मा और समीर सागर नामक 2 युवक मौजूद थे, उनके साथ मारपीट की गई। उनकी बाइक तोड़ी गई, फिर पत्थरबाजी शुरू कर दी गई।
उनके शरीर में पेशाब का थैला फट गया था और किडनी से जो पाइप आता है वो भी फट गया था। खोल कर उसे रिपेयर किया गया है। डॉक्टर ने…
हल्द्वानी हिंसा के पीछे प्रतिबंधित संगठन PFI और बांग्लादेशी घुसपैठियों का हाथ हो सकता है। यह आशंका बीजेपी के राज्यसभा सांसद बृजलाल ने जताई है।
पुलिस को 3 तरफ से घेर कर पथराव किया गया। भीड़ में शामिल लोग लगातार अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे और 'मारो-मारो' नारा लगा रहे थे।
सोशल मीडिया पर बैठे इस्लामी कट्टरपंथी ऐसी-ऐसी वीडियो की क्लिप शेयर कर रहे हैं ताकि लगे कि पुलिस ने निहत्थी महिलाओं पर हमला किया।