बंगाल: 2 सीटों पर राहुल गाँधी की रैली, दोनों जगह कॉन्ग्रेस उम्मीदवार की जमानत जब्त; साथी भी लाज नहीं बचा पाए
पश्चिम बंगाल में न केवल कॉन्ग्रेस खाता खोलने में विफल रही है, बल्कि जिन दो सीटों पर राहुल गाँधी गए वो भी पार्टी नहीं बचा पाई।
पश्चिम बंगाल में न केवल कॉन्ग्रेस खाता खोलने में विफल रही है, बल्कि जिन दो सीटों पर राहुल गाँधी गए वो भी पार्टी नहीं बचा पाई।
सफलता के इस शोर में एक महत्वपूर्ण कारण पर चर्चा शायद न हो और वह कारण है बांग्ला उप राष्ट्रवाद। अब इसे प्रशांत किशोर द्वारा बनाई गई रणनीति का हिस्सा…
बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ता अभिजीत सरकार की पीट पीटकर हत्या कर दी गई। हत्या से कुछ देर पहले ही फेसबुक पर आकर उन्होंने हमलावरों के बारे में बताया था।
बांग्लादेश के सीमावर्ती मुस्लिम बहुल इलाकों में ममता की पार्टी टीएमसी का दबदबा 2021 विधानसभा चुनावों में साफ नजर आया।
सायोनी घोष ने शिवलिंग को कंडोम पहनाते हुए एक तस्वीर शेयर कर भगवान शिव का मजाक बनाया था। कॉन्ग्रेस की बिंदु कृष्णा ने 'बीफ फेस्टिवल' का आयोजन किया था।
यह टीवी मीडिया और छद्म बुद्धिजीवियों की बनाई दुनिया थी, जिसने भाजपा का सब कुछ बंगाल में दाँव पर बता दिया। भाजपा के पास खोने को था ही क्या?
पश्चिम बंगाल चुनावों में किस्मत आजमा रहीं सबसे निर्धन उम्मीदवारों में से एक चंदना बाउरी ने बीजेपी के टिकट पर सल्तोरा से जीत हासिल की है।
बंगाल में टीएमसी की जीत के बीच बीजेपी के लिए छिपे संदेशों की चर्चा कम ही हो रही है, जबकि ये संदेश केरल तक भाजपा को रोशनी दिखा रहे हैं।
पश्चिम बंगाल विधानसभा में कुल सीटें हैं 292। लेकिन जिस एक सीट पर सबकी नजर थी वह थी, नंदीग्राम। कारण था, बीजेपी के निशान पर शुभेंदु अधिकारी का होना।
पश्चिम बंगाल चुनावों में जीत की आहट मिलते ही टीएमसी के गुंडों और इस्लामी कट्टरपंथियों ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को दी धमकी।