‘हम कुत्ते हैं, हमें हमारी पहचान दो’: रेलवे स्टेशन के बाहर डॉगी जैसे कपड़ों में जमा हुए सैकड़ों लोग, लगे भौंकने; जानिए जर्मनी में क्यों हुआ अजीबोगरीब जमावड़ा

जर्मनी में कुत्तों जैसे कपड़े पहन रेलवे स्टेशन के बाहर इकट्ठा हुए 1000 लोग (फोटो साभार : X/ @KanekoaTheGreat)

जर्मनी की राजधानी बर्लिन में अजीबोगरीब घटना सामने आई है। यहाँ एक रेलवे स्टेशन के बाहर सैकड़ों लोग इकट्ठा हुए और फिर कुत्तों की तरह भोंकना शुरू कर दिया। ये लोग खुद को एक कुत्ते के रूप में पहचान दिलाने के लिए इकट्ठा हुए थे। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वायरल वीडियो बर्लिन के पोट्सडेमर प्लाट्ज रेलवे स्टेशन का है। यहाँ ‘कैनाइन बीइंग्स’ ग्रुप द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। यह ग्रुप खुद को कुत्ता समझने वाले लोगों के अधिकारों के लिए आवाज उठाता है।

वायरल वीडियो में लोगों को कुत्तों की तरह आवाज निकलाते और भोंकते सुना जा सकता है। साथ ही लोग कुत्तों की तरह दिखने के लिए नकली मुँह, पूँछ व कपड़े पहने दिखाई दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में करीब 1000 लोग शामिल हुए थे।

हालाँकि, कार्यक्रम के वीडियो को लेकर एक्स कम्युनिटी (पूर्व में ट्विटर) एक अलग ही कहानी बता रहा है। एक्स कम्युनिटी का कहना है कि वीडियो फोल्सम यूरोप का है। इसमें समलैंगिक पुरुष शामिल हुए थे। इसमें शामिल हुए लोग खुद को कुत्ता नहीं समझते, लेकिन लोगों ने कुत्तों की तरह दिखने वाले कपड़े पहने हुए थे।

रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि बर्लिन में यह कार्यक्रम जापान में एक आदमी के कुत्ता बनने की खबर सामने आने के बाद आयोजित किया गया। दरअसल, जापान में रहने वाले एक व्यक्ति ने खुद को कुत्ते की तरह दिखाने के लिए 22,000 डॉलर यानि करीब 18 लाख रुपए खर्च किए थे। यह व्यक्ति आम लोगों से दूर रहना पसंद करता है और इसे टोको के नाम से जाना जाता है।

टोको का यूट्यूब पर ‘आई वॉन्ट टू बी एनिमल’ (I want to be animal) नामक चैनल है। इसके 56,000 से अधिक सब्सक्राइबर हैं। टोको ने करीब 1 साल पहले एक वीडियो शेयर कर बताया था कि वह बचपन से ही कुत्ता बनना चाहता था। इसके अलावा कई मीडिया रिपोर्ट्स में टोको के कुत्ता बनने के सपने को लेकर बताया गया है।

टोको ने अपना यह सपना पूरा करने के लिए जापानी कंपनी ज़ेपेट से एक क्रूड कॉली आउटफिट यानि कुत्ते की तरह दिखने वाला कपड़ा खरीदा था। जेपेट आमतौर पर टीवी विज्ञापनों और फिल्मों के लिए कॉस्ट्यूम डिजाइन और मैन्यूफैक्चरिंग का काम करती है।

गौरतलब है कि साल 2016 में ‘द सीक्रेट लाइफ ऑफ ह्यूमन पिप्स’ नामक एक डॉक्यूमेंट्री रिलीज की गई थी। इस डॉक्यूमेंट्री में ऐसे लोगों के जीवन को दिखाया गया था, जो कुत्तों की तरह कपड़े पहनकर रहना पसंद करते हैं। इसमें यूरोप भर से कई सारे लोग शामिल हुए थे। इन लोगों ने अपना नाम भी कुत्तों की तरह रख लिया था। 

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया