दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी की सरकार को राजधानी में बढ़ते जा रहे प्रदूषण को लेकर जवाब देते नहीं बन रहा है। शनिवार (4 नवंबर, 2023) को लगातार तीसरे दिन दिल्ली में हवा की गुणवत्ता गंभीर बनी रही। सुबह 7 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 413 दर्ज किया गया। ऐसे में आप के मंत्री अपनी गलती का ठीकरा एनसीआर में भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों पर थोपने से बाज नहीं आ रहे हैं। अब दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने हरियाणा के बाद उत्तर प्रदेश को अपने आरोपों लपेटे में लिया है।
AAP मंत्री राय ने शुक्रवार (3 नवंबर) को कहा है कि उत्तर प्रदेश से आने वाले बीएस3 पेट्रोल और बीएस4 डीजल वाहन राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक को खराब करने में योगदान दे रहे हैं। दरअसल शुक्रवार 2 नवंबर और शनिवार 4 नवंबर 2023 की दरमियानी रात को मंत्री राय आनंद विहार पहुँचे थे। यहाँ रात में AQI के खतरनाक स्तर 999 तक पहुँचने के बाद ये उनका ये बयान आया है।
#WATCH | Delhi Environment Minister Gopal Rai says, "The Delhi govt is taking various steps to reduce the pollution in Delhi but we saw that from morning, Anand Vihar has the highest AQI, so I came here tonight to understand why it is happening. In Delhi, there are only electric… https://t.co/ijCc6rLz6x pic.twitter.com/HJ6A7EM70v
— ANI (@ANI) November 3, 2023
गोपाल राय देर रात 1 बजे के करीब आनंद विहार बस अड्डे का निरीक्षण कर रहे थे। इस दौरान दिल्ली में प्रदूषण के लिए उत्तर प्रदेश को जिम्मेदार ठहराते हुए गोपाल राय ने कहा,
“दिल्ली सरकार वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने की पूरी कोशिश कर रही है। आनंद विहार में एक्यूआई सबसे ज्यादा है। यहाँ आकर पता चला कि उत्तर प्रदेश से आने वाली सभी बसें बीएस3 और बीएस4 हैं। मैं योगी जी से अपील करता हूँ कि इन गाड़ियों को दिल्ली न भेजें। दिल्ली में इलेक्ट्रिक बसें और सीएनजी वाहन चलते हैं। बस डिपो प्रबंधक और यातायात कर्मचारी भी इन प्रतिबंधित वाहनों को दिल्ली के अंदर आने की मंजूरी देने में लापरवाही बरत रहे हैं। स्कूलों को आगे बंद रखने का फैसला 6 नवंबर को वायु गुणवत्ता के आधार पर लिया जाएगा।”
पड़ोसी राज्य पर आरोप लगाने के बाद आप मंत्री गोपाल राय ने कहा, ”मैं दिल्ली के लोगों से अपील करता हूँ कि वाहनों से होने वाले प्रदूषण को काबू में करने के लिए मेट्रो और बसों सहित सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें।” इस दौरान गोपाल राय ने बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए NCR राज्यों के पर्यावरण मंत्रियों के साथ तुरंत बैठक करने के लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को पत्र लिखा।
बता दें कि दिल्ली में प्रदूषण का ये आलम है कि स्कूल बंद कर दिए गए हैं। मगर, आप के मंत्री ऐसे समय भी एक-दूसरे पर सवाल उठा रहे हैं।
गोपाल रॉय से पहले, शुक्रवार (3 नवंबर) को आप मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा था, “नोएडा, गुरुग्राम या फ़रीदाबाद में प्रदूषण की गंभीरता की स्थिति है, वो दिल्ली के मुकाबले अधिक है। दिल्ली के लोगों को बदनाम करना अच्छा नहीं है।” भारद्वाज ने आगे कहा, ”हम सब कुछ कर रहे हैं। पंजाब में पराली जलाने का आँकड़ा सबके सामने है। बीते वर्षों के मुकाबले इसमें कमी आई है। क्या केंद्र की कोई जिम्मेदारी नहीं है?”
गौरतलब है कि अतीत में आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार लगातार ये दावा करती रही थी कि पंजाब की पराली की वजह से दिल्ली में प्रदूषण रहता है। अब पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बन गई। लेकिन पराली जलाने की घटनाएँ इतनी कम नहीं है जितनी आप सरकार दर्शा रही है। इसके उलट हरियाणा, जिसपर इल्जाम मढ़ने की कोशिश हो रही है वहाँ से पराली जलाने की घटनाओं में कमी देखने को मिली है और पंजाब में इसमें बढ़ोतरी हुई है। बीते रविवार ही पंजाब में पराली जलाने की 1068 घटनाएँ हुई हैं, ये एक दिन के मुकाबले 74 फीसदी अधिक है। वहीं एक दिन पहले शनिवार को पराली जलाने की 127 घटनाएँ यहाँ हुई थी।