आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एक कॉलेज में पढ़ने वाली डिप्लोमा फर्स्ट ईयर की छात्रा द्वारा आत्महत्या किए जाने की खबर है। 17 वर्षीया मृतका के परिजनों ने आत्महत्या की वजह यौन उत्पीड़न को बताया है। मौत से पहले छोड़े गए सुसाइड नोट में भी पीड़िता ने कॉलेज से जुड़े कई स्टाफ पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। पुलिस ने POCSO और रैंगिंग एक्ट सहित अन्य धाराओं में FIR दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी है। घटना गुरुवार (28 मार्च, 2024) की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना विशाखापट्टनम के चैतन्य इंजीनियरिंग कॉलेज की है। गुरुवार (28 मार्च, 2024) को कॉलेज प्रशासन ने फर्स्ट ईयर डिप्लोमा की छात्रा के माता-पिता को बताया कि रात 9 बजे के बाद से उनकी बेटी लापता है। बाद में पता चला कि छात्रा ने आत्महत्या कर लिया था। आत्महत्या से पहले पीड़िता ने अपने परिजनों के नाम एक सुसाइड नोट लिखा है। इस सुसाइड नोट में पीड़िता ने आरोप लगाया कि कॉलेज के कई स्टाफ ने उनका और कुछ अन्य छात्राओं का यौन शोषण किया।
बताया जा रहा है कि आरोपितों के पास पीड़िता व अन्य छात्रों की तस्वीरें भी हैं जिनका वो गलत ढंग से दुरुपयोग कर रहे हैं। आरोपितों ने पीड़िता को धमकी भी दी थी जिसमें कहा गया था कि किसी को भी बताने पर उसके तमाम फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए जाएँगे। छात्रा के भाई ने अपनी बहन के साथ कॉलेज स्टाफ द्वारा यौन शोषण का आरोप लगाया है। वहीं मृतका के पिता ने पुलिस में शिकायत दे कर आरोपित स्टाफ पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है।
#WATCH | A first-year diploma student, at Chaitanya Engineering College died by suicide in Andhra Pradesh's Visakhapatnam.
— ANI (@ANI) April 2, 2024
The brother of the deceased says, "She wrote a message and sent it to the family members, saying that she took the step because of sexual harassment. The… pic.twitter.com/evmulhjjBO
छात्रा के घर वालों ने इस घटना के पीछे कॉलेज के मैनेजमेंट की उदासीनता और अनदेखी को भी जिम्मेदार माना है। कॉलेज प्रशासन ने अपने परिसर में छात्रा की मौत होना स्वीकार किया है। मृतका के भाई के मुताबिक, उनकी बहन के शरीर पर खून के निशान नहीं पाए गए हैं। पुलिस ने मृतका के परिजनों की शिकायत पर आरोपित कॉलेज स्टाफ के खिलाफ पॉक्सो और रैंगिंग एक्ट की धाराओं में FIR दर्ज कर लिया है। मामले की जाँच की जा रही है। मृतका के घर वालों ने न्याय की गुहार लगाई है। उनका आरोप है कि पुलिस खुद को राजनैतिक कार्यक्रमों और IPL की वजह से व्यस्त बता रही है।