उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि यह महाकुंभ स्वच्छ, सुरक्षित और सुव्यवस्थित होगा। महाकुंभ का आयोजन 14 जनवरी 2025 से 26 फरवरी 2025 तक होगा, जिसमें लाखों श्रद्धालुओं के साथ साधु-संतों का भी आगमन होगा।
सीएम योगी ने इस मेले को दिव्य और भव्य बनाने के लिए जोर देते हुए कहा कि 2019 में आयोजित कुंभ की सफलता ने एक मानक स्थापित किया था, और इस बार इससे भी बेहतर महाकुंभ आयोजित करने का प्रयास किया जा रहा है। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने महाकुंध के ‘लोगो’, वेबसाइट और मोबाइल ऐप का भी लोकार्पण किया।
महाकुम्भ-2025 के प्रतीक चिह्न (Logo) का अनावरण, वेबसाइट एवं ऐप की लॉन्चिंग के अवसर पर… https://t.co/lqLY76151b
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 6, 2024
महाकुंभ की तैयारियों पर विशेष ध्यान
सीएम योगी ने रविवार (6 अक्टूबर 2024) को हुई बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सभी तैयारियाँ 10 दिसंबर 2024 तक पूरी कर ली जाएँ। उन्होंने कहा कि महाकुंभ 2025 का आयोजन 4000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में होगा, जबकि 2019 में यह 3200 हेक्टेयर में हुआ था। मेला क्षेत्र में 7000 से अधिक बसों की व्यवस्था की जाएगी और डेढ़ लाख से अधिक शौचालय बनाए जाएँगे। स्वच्छता के लिए 10,000 सफाईकर्मियों की तैनाती होगी, ताकि मेले में स्वच्छता बनी रहे। सीएम ने कहा कि कोई भी श्रद्धालु 1 किलोमीटर से अधिक पैदल नहीं चलेगा, सिवाय 6 विशेष स्नान पर्वों के।
महाकुंभ में कुल 6 प्रमुख स्नान पर्व होंगे, जिनमें लाखों श्रद्धालु पवित्र संगम में डुबकी लगाएँगे। ये प्रमुख स्नान पर्व इस प्रकार हैं:
- मकर संक्रांति : 14 जनवरी 2025
- पौष पूर्णिमा : 25 जनवरी 2025
- मौनी अमावस्या : 29 जनवरी 2025
- बसंत पंचमी : 3 फरवरी 2025
- माघी पूर्णिमा : 12 फरवरी 2025
- महाशिवरात्रि : 26 फरवरी 2025
भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि मेला क्षेत्र में वीवीआईपी कॉरिडोर बनाएँ, लेकिन विशेष स्नान पर्वों पर कोई वीआईपी मूवमेंट न हो। उन्होंने फायर सर्विस, हेल्प डेस्क, पार्किंग, और सीसीटीवी की व्यवस्था को सुनिश्चित करने पर जोर दिया। एंटी ड्रोन सिस्टम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल्स का इस्तेमाल भी सुरक्षा के लिए किया जाएगा।
अविरल और निर्मल गंगा-यमुना
सीएम योगी ने गंगा-यमुना को अविरल और निर्मल बनाने पर जोर दिया। बिजनौर से बलिया तक जीरो डिस्चार्ज सुनिश्चित किया जाएगा, ताकि कोई भी ठोस या तरल कचरा गंगा या यमुना में न गिरे। उन्होंने कहा कि नालों को टेप किया जाएगा और शोधित जल ही गंगा में छोड़ा जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि महाकुंभ में प्लास्टिक का इस्तेमाल न हो। पर्यावरण को सुरक्षित रखते हुए महाकुंभ 2025 का आयोजन किया जाएगा। सीएम योगी ने कहा कि महाकुंभ मेले के दौरान प्रयागराज में सनातन भावनाओं का सम्मान को देखते हुए मांस-मदिरा की बिक्री पर रोक रहेगी।
देवि सुरेश्वरि भगवति गङ्गे त्रिभुवनतारिणि तरलतरङ्गे।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 6, 2024
शङ्करमौलिविहारिणि विमले मम मतिरास्तां तव पदकमले॥
पवित्र संगमनगरी प्रयागराज में आज माँ गंगा के पूजन एवं आरती का परम सौभाग्य प्राप्त हुआ।
मोक्षदायिनी माँ गंगा सभी का कल्याण करें, यही प्रार्थना है।
हर-हर गंगे! pic.twitter.com/AM1sPGLM37
प्रयागराज में कई बड़े स्थायी निर्माण कार्य जारी
मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि प्रयागराज में कई स्थायी निर्माण कार्य चल रहे हैं, जिनमें स्टील ब्रिज, वीवीआईपी कॉरिडोर, और पुलिस स्टेशन प्रमुख हैं। कानपुर, लखनऊ, बाराबंकी, और अयोध्या से प्रयागराज आने के लिए स्टील ब्रिज को दिसंबर के पहले सप्ताह तक तैयार करने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा नए जीआरपी थानों की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया है ताकि रेलवे और यूपी पुलिस के बीच बेहतर समन्वय स्थापित हो सके।
सीएम योगी ने की संतों के साथ बैठक
मुख्यमंत्री योगी ने साधु-संतों और अखाड़ों के साथ भी बैठक की और उनकी अपेक्षाओं को ध्यान में रखने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ सनातनियों का सबसे बड़ा मेला है और इसके आयोजन में संत समाज का विशेष योगदान होगा। उन्होंने संतों से अनुरोध किया कि वे महाकुंभ के दौरान नकारात्मक बातों से बचें और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ें। सीएम ने 2019 के कुंभ का जिक्र करते हुए कहा कि इस आयोजन ने वैश्विक मंच पर उत्तर प्रदेश को नई पहचान दिलाई थी। इस बार फिर से प्रयागराज के इस भव्य आयोजन को वैश्विक स्तर तक पहुँचाने में सभी का सकारात्मक योगदान होगा।
धर्म, संस्कृति और अध्यात्म की पावन धरा 'तीर्थराज' प्रयागराज में महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत आज पूज्य साधु-संत गण के साथ संवाद का अवसर प्राप्त हुआ।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 6, 2024
सनातन आस्था के शाश्वत प्रतीक दिव्य एवं भव्य महाकुम्भ सभी के लिए मंगलकारी हो! pic.twitter.com/w71hs0YIc9
लेटे हनुमान जी के कॉरिडोर का निर्माण जारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ 2025 के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाएगा। नए होमस्टे कार्यक्रम से स्थानीय लोगों को भी लाभ मिलेगा और इसके तहत धाबों, होटलों और रेस्तरांओं को बेहतर सुविधाएँ देने के लिए सब्सिडी दी जाएगी। महाकुंभ के मुख्य स्नान पर्वों के लिए शाही स्नान के नाम बदलने का सुझाव भी दिया गया, जो गुलामी के प्रतीक माने जाते हैं। इसके अलावा, सीएम ने कहा कि सरकार यूपी के 700 से अधिक मंदिरों का पुनरुद्धार कर रही है और लेटे हुए हनुमान जी के कॉरिडोर का भी निर्माण किया जा रहा है।
गौरतलब है कि महाकुंभ 2025 के आयोजन को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तैयारियाँ युद्धस्तर पर चल रही हैं। सरकार का लक्ष्य है कि यह आयोजन 2019 के कुंभ से भी अधिक भव्य, दिव्य, स्वच्छ और सुव्यवस्थित हो। सभी आवश्यक तैयारियों को समय से पहले पूरा करने और श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाएँ सुनिश्चित करने के लिए सरकार कड़ी मेहनत कर रही है। सीएम योगी ने कहा कि यह महाकुंभ भारत की सनातन संस्कृति को वैश्विक मंच पर स्थापित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।