18 साल की मुस्लिम लड़की। 21 साल का हिंदू लड़का। दोनों इश्क में थे। शादी करना चाहते थे। लेकिन लड़की के परिजनों को यह कबूल न था। कुछ महीने पहले उन्होंने लड़की को अगवा करने का आरोप लगाते हुए लड़के को जेल भी भिजवा दिया था। आखिरकार लड़का और लड़की दोनों ने अपने अपने घरों में फाँसी लगा ली।
अंतरधार्मिक जोड़े की इस प्रेम कहानी का दुखद अंत उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के साहनपुर गाँव में हुआ है। रिपोर्टों के अनुसार दोनों का घर आसपास ही था। दोनों की दोस्ती बचपन से थी। लड़की ने रविवार (3 नवंबर 2024) की रात अपने घर में पंखे में फंदा लगाकर जान दे दी। अगली सुबह लड़के को इसकी खबर लगी। सोमवार की दोपहर उसने खुद को कमरे में बंद कर लिया और बाद में उसका शव भी पंखे से लटकते हुए मिला।
बुलंदशहर के एसपी सिटी ने बताया कि पुलिस को दोनों के शवों के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। लड़का और लड़की दोनों के परिजनों ने एक-दूसरे के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस दोनों शिकायतों की जाँच कर रही है। जाँच में आए निष्कर्षों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। मृत युवक के एक परिजन ने मीडिया को बताया कि लड़की और लड़का एक-दूसरे के साथ जीवन बिताना चाहते थे लेकिन दोनों के परिजन इसके लिए तैयार नहीं थे।
लड़की के अपहरण में जेल गया था प्रेमी
गौरतलब है कि जिस युवक ने आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है, उस पर पहले अपनी प्रेमिका के अपहरण का केस दर्ज हुआ था। यह केस 1 जून 2024 को लड़की की अम्मी ने स्याना थाने में दर्ज करवाया था। तब मृतका की अम्मी ने बताया था कि 31 मई को कुश उनकी नाबालिग बेटी को अपने 2 अज्ञात साथियों की मदद से बलपूर्वक कहीं भगा ले गया गया।
कुश और उसके साथियों को शातिर अपराधी बताते हुए तब मृतका की अम्मी ने कड़ी कार्रवाई की माँग की थी। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है। पुलिस ने यह FIR IPC की धारा 363 के तहत दर्ज कर के लड़की को बरामद कर लिया था। पीड़िता को उसके परिजनों के सुपुर्द कर कुश को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। जेल में लगभग 1 माह रहने के बाद कुश को जमानत मिली थी।