रंगों के त्योहार होली को लोग बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं, फिर चाहे वो देश की सीमा के अंदर हों या बाहर। लेकिन पाकिस्तान में दो हिन्दू बहनों के लिए होली की शाम किसी अभिशाप से कम नहीं रही। होली की शाम को दोनों बहनों को अगवा कर उनका धर्म परिवर्तन कर उन्हें न सिर्फ़ मुस्लिम बनाया गया बल्कि जबरन उनका निकाह भी करा दिया गया।
यह क्रूरता भरी घटना सिंध के घोटकी ज़िले की है, जहाँ दोनों हिन्दू बहनों को जबरन मुस्लिम बना दिया गया। इस हरक़त का हिन्दू समुदाय पर गहरा असर पड़ा है इसलिए उन्होंने विरोध प्रदर्शन कर सभी अपराधियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की माँग की है।
Teenage Hindu sisters Raveena and Reena Menghwar abducted from Ghotki, Sindh. On Holi, Hindu community stages sit-in on national highway against the refusal of police to register a case. Another case of forced conversion and as always the family is helpless. pic.twitter.com/w17mRYjM3f
— Naila Inayat नायला इनायत (@nailainayat) March 21, 2019
कराची से पाकिस्तान हिन्दू सेवा वेलफेयर ट्रस्ट के अध्यक्ष संजेश धंजा ने बताया कि 13 साल की रवीना और 15 साल की रीना को कथित तौर पर अपहरण करके उनकी शादी करवाने के बाद उन्हें इस्लाम क़बूल करवा दिया गया। वहीं पाकिस्तान ट्रस्ट के प्रमुख ने आरोप लगाया कि अल्पसंख्यक समुदाय (हिन्दू) ने सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया जिसके परिणामस्वरूप पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है।
बता दें कि हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने भारत के ख़िलाफ़ ट्वीट किया था कि जैसा भारत में होता है उसके उलट हम अल्पसंख्यकों को समान अधिकार देंगे क्योंकि यह नया पाकिस्तान, जिन्ना का पाकिस्तान है। इमरान के इस ट्वीट का काफ़ी विरोध हुआ था।
His struggle for a separate nation for Muslims only started when he realised that Muslims would not be treated as equal citizens by the Hindu majority. Naya Pak is Quaid’s Pak & we will ensure that our minorities are treated as equal citizens, unlike what is happening in India. https://t.co/xFPo8ahJnp
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) December 25, 2018
भारत को लेकर किया गया यह ट्वीट किस बुनियाद पर रखा है इसका अंदाज़ा इसी बात से लग जाता है कि वहाँ आए दिन हिन्दू समुदाय यातनाओं का शिकार होता रहता है। ऐसी ही एक घटना 20 मार्च को सामने आई थी जब तरण बाई नाम की हिन्दू महिला को उसके घर से अगवा कर लिया गया था, जो बहुत ग़रीब थी और निर्दोष होने के बावजूद अपराधियों ने उन पर चाकू से वार किया था। इसके बाद जब उन्हें घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टर ने उनका इलाज करने से इनकार कर दिया था।
Injustice with minority on the eve of Holi festival.
— Rana Ranjeet Rai (@Ranaranjeetrai) March 20, 2019
Sukkur News
A woman namely Taran Bai kidnapped from her home belonging to baghri community who are very poor and innocent and culprits tortured her with knife. She was rushed to hospital but Doctor denied to treat her. pic.twitter.com/pq552fCwr1
पाकिस्तान जिस शांति और व्यवस्था की बात करता है उसका तो कोई ओर-छोर ही नहीं है। हैरानी इस बात की होती है कि जो पाकिस्तान ख़ुद अपनी कथनी-करनी की मंशा को पाक-साफ़ रखने में अक्षम है वो भारत के ख़िलाफ़ अपनी प्रतिक्रिया देने की हिमाक़त किस मुँह से करता है उसकी दाद देनी चाहिए। हिन्दुओं को सहिष्णुता का पाठ पढ़ाने वाले पाकिस्तान को भारत के संदर्भ में किसी भी मामलों में कोई टीका-टिप्पणी करने से पूर्व ख़ुद के दामन पर लगे अनगिनत दागों पर गौर कर लेना चाहिए।