उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले (Gorakhpur, Uttar Pradesh) से राष्ट्र ध्वज के अपमान का मामला सामने आया है। यहाँ एक ड्राइवर का तिरंगे से ई-रिक्शा पोंछने का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में दिख रहा कि ड्राइवर खुद को बिहार का निवासी जितुल्लाह खान बता रहा है। पुलिस ने वीडियो के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। घटना गुरुवार (9 फरवरी 2023) की बताई जा रही है।
करतूत पर मुस्कराता रहा जितुल्लाह खान
ट्विटर यूजर @PoliticalKida ने 9 फरवरी को 1 मिनट 23 सेकेण्ड के इस वीडियो को शेयर किया है। वीडियो में तिरंगे से रिक्शा पोंछ रहे जितुल्लाह खान को रोक रहे व्यक्ति ने उससे भारतीय होने पर सवाल भी पूछा। रिक्शे के पास खड़ा एक अन्य व्यक्ति भी तिरंगे को कपड़ा बता रहा है। गलती पकड़ी जाने के बाद भी आरोपित ड्राइवर मुस्कराता रहा।
प्रकरण के सम्बंध में थाना गोरखनाथ पर मु0अ0सं0 91/23 पंजीकृत कर आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही हैं ।
— Gorakhpur Police (@gorakhpurpolice) February 9, 2023
इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया देनी शुरू की। वायरल वीडियो के आधार पर गोरखपुर पुलिस ने गोरखनाथ थाने में जितुल्लाह खान पर केस दर्ज कर लिया है। इस मामले में जाँच कर आगे की कार्रवाई कर रही है।
क्या है FIR में
घटना गोरखनाथ थाना क्षेत्र के जनप्रिय विहार कॉलोनी की है। इस मामले में वादी खुद पुलिस बनी है। शिकायतकर्ता के तौर पर सब इंस्पेक्टर गोपाल यादव ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के हवाले से FIR दर्ज करवाई है।
शिकायत में खुद को जितुल्लाह बता रहे ई-रिक्शा ड्राइवर की हरकत को जानबूझ कर की गई करतूत की आशंका जताई गई है। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ राष्ट्र गौरव अपमान निवारण अधिनियम 1971 की धारा 2 के तहत FIR दर्ज की है। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है।
ई-रिक्शा मालिक द्वारा डेढ़ माह पहले वाहन बेचने का दावा
FIR में जिस ई-रिक्शा का जिक्र है, उसकी मालकिन के तौर पर गोरखपुर की ममता त्रिपाठी का जिक्र है। ऑपइंडिया ने ममता त्रिपाठी को कॉल किया तो फोन उनके पति राजकुमार त्रिपाठी ने उठाया। उन्होंने इस संबंध में ऑपइंडिया को सारी जानकारी दी।
राजकुमार ने हमें बताया कि जहाँ से उन्होंने खरीदा था उन्हीं के माध्यम से लगभग डेढ़ माह पहले वो रिक्शा किसी मुजीबुर्रहमान को बेच चुके थे। राजकुमार के मुताबिक, मुजीबुर्रहमान बार-बार कहने के बाद भी डेढ़ माह तक ई-रिक्शा बिना अपने नाम करवाए किसी को दे कर चलवाता रहा।
घटना के बाद से मुशीबुर्रहमान का फोन बंद
राजकुमार के मुताबिक, उन्होंने मुजीबुर्रहमान पर विश्वास किया, जिसके चलते उन्हें थाने से कॉल आ रही है और भागदौड़ करनी पड़ रही है। उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी होने के बाद से मुजीबुर्रहमान ने अपना फोन बंद कर लिया है।
ऑपइंडिया ने राजकुमार से मुजीबुर्रहमान का मोबाइल नंबर लेकर उसे कॉल किया, लेकिन उसका फोन नहीं लगा। व्हाट्सएप पर भी मुजीबुर्रहमान ऑफलाइन मिला।