महाराज कंस के दरबार में हाजिरी लगाते हैं कलेक्टर और एसपी, देते हैं अपने कामों का ब्यौरा: जानिए ओडिशा की धनुयात्रा का महत्व
11 दिनों की इस धनु यात्रा के दौरान जो भी कलाकार कंस बनता है, वह बारगढ़ शहर का असली शासक की तरह व्यवहार करता है।
11 दिनों की इस धनु यात्रा के दौरान जो भी कलाकार कंस बनता है, वह बारगढ़ शहर का असली शासक की तरह व्यवहार करता है।
"पापा का लगभग हर दिन सिर जोर से दर्द करने लगता था। वो दर्द से चीखने लगते थे। कई बार तो बेहोश भी हो जाते थे। इसी वजह से उन्हें…
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आंध्र प्रदेश के लेपाक्षी में स्थित वीरभद्र मंदिर में दर्शन करने पहुँचे।
कारसेवकों को पकड़ने गाँव में पहुँची पुलिस का विरोध करते हुए 22 अक्टूबर 1990 को हुए नरसंहार में बलिदान हो गए थे बस्ती के रामभक्त सत्यवान सिंह।
श्रृंगेरी शारदा पीठ के शंकराचार्य जगद्गुरु सन्निधम श्री विदुशेखरा भारती ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर किए जा रहे झूठे प्रचार को महत्व ना देने की अपील की…
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया है कि प्राण-प्रतिष्ठा के अगले दिन यानी 23 जनवरी से आम लोग मंदिर में दर्शन कर सकेंगे।
मुलायम सरकार में 22 अक्टूबर 1990 को हुआ था रामभक्तों का पहला नरसंहार। बस्ती जिले के पहले नाबालिग बलिदानी का नाम था राम चन्दर यादव।
भगवा वस्त्र धारण किए बद्री विश्वकर्मा उर्फ दमोह के खली अपनी जटाओं से खींचकर रामरथ को अयोध्या लेकर आ रहे हैं।
स्कॉटलैंड की बुजुर्ग जूली बेंटले मुँहबोले बेटे के घर आगरा रामलला के राम मंदिर में विराजने के साल 2024 में उनके दर्शनों की चाह लेकर आई हैं।
1990 में 2 गोलियाँ खाकर भी जीवित कारसेवक शिवदयाल ने ऑपइंडिया को बताया कि कैसे उनके आगे ही सरयू पुल पर बिछा दी गईं थी रामभक्तों की लाशें।