भारत की बात

वो मुगल मर्दिनी रानी, जिन्होंने छत्रपति शिवाजी के बाद मराठा साम्राज्य को सँभाला; औरंगजेब को बार-बार चटाई धूलः पर्दे पर आएगी ताराबाई की कहानी

ताराबाई ने अपने गढ़ के बचाने के साथ-साथ औरंगजेब की फ़ौज को खदेड़ कर मराठा भूमि से भगा दिया था। मुगलों ने भी माना - उनके कारण बढ़ी मराठा शक्ति।

स्वयं प्रकट हुआ था उज्जैन का महाकाल मंदिर: गजनी-इल्तुतमीश ने तुड़वाया, मराठों ने औरंगजेब के बनवाए मस्जिद को तोड़ किया पुनर्निर्माण

द्वापर युग में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग स्वयं प्रकट हुए थे। बाद में मुस्लिम हमलावरों ने इसे तोड़ा, लेकिन सिंधिया ने इसका पुनर्निर्माण कराया।

साका-जौहर: भस्म हुआ बर्बर इस्लामी शक्तियों के साथ सह-अस्तित्व, सभी जाति-वर्गों की स्त्रियों का था बलिदान

18 अगस्त, 1303 ईस्वी को चित्तौड़ का पहला साका-जौहर हुआ। 'साका' क्या होता है। वह कौन सा तत्व था जिसके कारण साका-जौहर करते समय...

पाकिस्तान में शामिल हो रहा था केरल का यह हिस्सा, कुल्हाड़ी से हमले ने बदली राज्य की तकदीर: कहानी गाँधी को ‘सेक्स का बावला’ बताने वाले दीवान की

त्रावणकोर के दीवान सीपी रामास्वामी की हत्या के प्रयास के बाद त्रावणकोर के राजा ने रियासत के भारत में विलय को मंजूरी दे दी थी। पूरा किस्सा कुछ यूँ है…

पाकिस्तान के इस शक्तिपीठ को मुस्लिम कहते हैं ‘नानी मंदिर’, पूजा को मानते हैं ‘हज’: तीर्थयात्रा करने वाली महिलाएँ कहलाती हैं ‘हाजियानी’

पाकिस्तान में हिंदुओं के प्रसिद्ध शक्तिपीठों में से एक हिंगलाज माता का मंदिर भी है। स्थानीय मुस्लिम इसे 'नानी का मंदिर' कहते हैं।

जब सिंध में हिन्दुओं-सिखों का हो रहा था कत्लेआम, 10000 स्वयंसेवकों के साथ पहुँचे थे ‘गुरुजी’: भारत-Pak विभाजन के समय कहाँ थे कॉन्ग्रेस नेता?

विभाजन के दौरान पाकिस्तान में हिन्दुओं-सिखों की मदद के लिए न आई कोई राजनीतिक पार्टियाँ और ना ही आए वह नेता, जो उस समय इतिहास में खुद को दर्ज कराना…

‘एक लाख राजपूतों के सिर कटेंगे, तब औरंगजेब श्रीनाथ जी को छू पाएगा’: जब डर से कोई नहीं दे रहा था आश्रय, तब मेवाड़ के राणा राज सिंह ने बनवाया मंदिर

औरंगजेब की डर कोई भी श्रीनाथजी की मंदिर के लिए भूमि और ब्राह्मणों को आश्रय नहीं दे रहा था। मेवाड़ के महाराणा राज सिंह ने दिया संरक्षण।

जिन्होंने डिजाइन किया भारत का राष्ट्रध्वज, गरीबी में हुई उनकी मौत: नेहरू के भारत में झोपड़ी में रहने को थे मजबूर, बेटे ने इलाज बिना तोड़ा दम

भारत का राष्ट्रध्वज तिरंगा डिजाइन करने वाले तेलुगु ब्राह्मण परिवार में जन्मे पिंगली वेंकैया का जीवन गरीबी में बीता। कई भाषाओं व क्षेत्रों के विद्वान थे।