5-10-100 रुपए वाले पुराने नोट अगले महीने से बंद, RBI ने खुद बताया, मीडिया में भी छपी खबर – Fact Check

RBI ने समाप्त कर दी 100, 10 और 5 रुपए के नोटों की वैधता?

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के अधिकारियों के हवाले से कई मीडिया संस्थानों ने खबर चलाई कि अब 100, 10 और 5 रुपए के नोट चलन में नहीं रहेंगे और बंद हो जाएँगे। RBI के असिस्टेंट जनरल मैनेजर बी महेश के हवाले से ये खबर चलाई गई। कहा गया कि मार्च-अप्रैल तक इन नोटों की मान्यता ख़त्म कर दी जाएगी, जिससे बाद ये वैध नहीं रहेंगे। यानी, खबरों में कहा गया कि ये नोट स्वतः ही डेमोनेटाइज हो जाएँगे।

याहू न्यूज़ और सियासत सहित अन्य मीडिया संस्थानों ने लिखा कि जिला पंचायत के नेत्रवती हॉल में डिस्ट्रिक्ट लीड बैंक (DLB) द्वारा आयोजित डिस्ट्रिक्ट लेवल सिक्योरिटी कमिटी (DLSC) और डिस्ट्रिक्ट लेवल करेंसी मैनेजमेंट कमिटी (DLCMC) की बैठक को सम्बोधित करते हुए बी महेश ने कहा कि व्यापारी अब 10 रुपए के सिक्कों को स्वीकार करने में हिचक रहे हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि ये जाली हैं।

साथ ही उन्होंने 10 रुपए के सिक्के को लेकर जागरूकता फैलाने की ज़रूरत पर भी बल दिया। बता दें कि 2019 से ही RBI नए तरह के 100 रुपए के करेंसी नोट प्रिंट कर रहा है। नवंबर 2016 में नोटबंदी के बाद से देश में 2000 और 200 रुपए के नोट जारी किए गए थे। 2019 में एक RTI से पता चला था कि RBI ने 2000 रुपए के नए नोट को प्रिंट करना बंद कर दिया है। 2019-20 में ऐसे नोट प्रिंट नहीं हुए। 200 रुपए के नोट को फोकस में रखा गया।

ख़त्म हो जाएँगे 100, 50 और 5 रुपए के पुराने नोट?

वहीं याहू न्यूज़ ने रिजर्व बैंक के असिस्टेंट जनरल मैनेजर बी मीणा के हवाले से 5, 10 और 100 रुपए के नोट बंद किए जाने की खबर प्रकाशित की। हालाँकि, इसमें कहा गया कि भले ही 100 रुपए के पुराने नोट प्रिंट किए जा रहे हैं, लेकिन इसका अभी भी लीगल टेंडर बना रहेगा। अर्थात, इसका प्रयोग किया जा सकता है। सोशल मीडिया पर भी लगातार 100 रुपए के पुराने नोट की वैधता ख़त्म होने की बात फ़ैल रही है।

100 रुपए के नोट ख़त्म होने को लेकर मीडिया में खूब चली खबर

अब आइए जानते है कि इन ख़बरों की सच्चाई क्या है। ‘नवभारत टाइम्स’ के अनुसार, इन ख़बरों से घबराने की कोई बात नहीं है क्योंकि ये चलन में बने रहेंगे। इन्हें चलन से हटाने की फ़िलहाल कोई योजना ही नहीं है। NBT ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के प्रवक्ता के हवाले से लिखा कि जब तक 100, 10 और 5 रुपए के नोट चलने लायक होंगे, चलते रहेंगे। बैठक में कही गई बातों को मीडिया ने गलत तरीके से पेश किया था।

जहाँ तक कटे-फ़टे और मैले नोटों को चलन से बाहर करने की प्रक्रिया है, ये पूर्व से ही नियमित रूप से होती आई है और इसमें कुछ भी नया नहीं है। खराब नोट जैसे ही RBI के पास पहुँचते हैं, वो उसे चलन से बाहर कर देता है और उसकी जगह नए नोट प्रिंट किए जाते हैं। अधिकारी ने कहा था कि ऐसे ही कटे-फ़टे नोट बैंकों से वापस लिए जाएँगे, लेकिन इन मीडिया वालों ने समझ लिया कि नोट चलन से बाहर हो जाएँगे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया