देश की इकोनॉमी से 500 रुपए के करोड़ों नोट हुए गायब? : वायरल दावे का जानें सच, RBI ने खुद बताया

RBI से जानिए 500 रुपए मूल्य नोटों के हजारों करोड़ गायब होने के दावे का सच (चित्र साभार- आज तक)

सोशल मीडिया और मीडिया के कुछ प्लेटफार्म पर भारत की अर्थव्यवस्था से जुड़ी खबर तेजी से वायरल हो रही है। RTI का आधार बना कर बनी इस खबर में दावा किया जा रहा है कि कुल 88 हजार करोड़ रुपए के नोट गायब हैं। गायब हुए सभी नोट का मूल्य 500 रुपए बताया जा रहा है। कॉन्ग्रेस पार्टी सहित तमाम अन्य लोगों ने इस खबर को अपने-अपने एंगल से ट्वीट किया है। हालाँकि अब रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) ने सफाई देते हुए इन खबरों को आधारहीन और भ्रामक बताया है।

कॉन्ग्रेस सेवा दल ने 17 जून 2023 (शनिवार) को फ्री प्रेस जर्नल का एक स्क्रीनशॉट शेयर किया है। इस स्क्रीनशॉट में 500 रुपए के नोटों के गायब होने को रहस्य बताते हुए इसे भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए खतरा बताया गया है। कॉन्ग्रेस सेवा दल ने अपने इस ट्वीट में लिखा, “88 हज़ार करोड़ रुपए कीमत के 500 रुपए के नोट छपने के बाद से गायब हैं। न आरबीआई इस बारे में कुछ बोल रहा है न वित्त विभाग। इतने बड़े घोटाले के बाद भी केंद्र सरकार के सिर पर जूँ तक नहीं रेंग रही।”

इसके अलावा TV9 भारतवर्ष ने इसकी हेडलाइन के तौर पर “कहाँ ‘लापता’ हुए 500 रुपए के नोट? 88 हजार करोड़ का नहीं मिल रहा कोई हिसाब।” दिया। न्यूज़ 24 द्वारा इस खबर का शीर्षक ‘8 हजार करोड़ रुपए की कीमत के ₹500 के नोट गायब’ नाम से दिया गया। इन तमाम लोगों के अलावा मध्य प्रदेश कॉन्ग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी, आम आदमी पार्टी के राम गुप्ता, राजद युवा मोर्चे के सोशल मीडिया इंचार्ज अलोक चिक्कू ने इस खबर पर अपने-अपने हिसाब से तंज कसा।

RBI ने बताया सच

इन खबरों के वायरल होने के बाद रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) ने 17 जून 2023 (शनिवार) को पत्र जारी कर के मामले की सच्चाई बताई है। RBI के मुताबिक 500 रुपए के नोटों के बारे में वायरल हो रहीं खबरें सही नहीं हैं। इन खबरों को RBI ने RTI से मिली जानकारी की गलत व्याख्या का परिणाम बताया है। पत्र में आगे कहा गया है कि रिजर्व बैंक छापे गए नोटों का लेखा-जोखा सही ढंग से रखता है। रिजर्व बैंक के मुताबिक छपने वाले नोटों, उनके स्टोरेज और उनके बाँटने आदि का एक मजबूत प्रोटोकॉल होता है। RBI के चीफ जनरल मैनेजर योगेश दयाल ने अंत में लोगों से समय-समय पर जारी होने वाली सूचनाओं पर विश्वास करने की अपील की है।

बता दें कि मनोरंजन रॉय नाम के एक कार्यकर्ता ने आरटीआई जवाब का हवाला देते हुए दावा किया था कि भारतीय अर्थव्यवस्था से ₹88,032.5 करोड़ मूल्य के ₹500 के नोट गायब हो चुके हैं। आरटीआई के आँकड़ों में दावा किया गया है कि तीन टकसालों ने कुल 8,810.65 मिलियन नए डिजाइन वाले 500 रुपए के नोट जारी किए थे। लेकिन RBI ने केवल 7,260 मिलियन नोट ही प्राप्त हुए। इसी आरटीआई के आधार पर कॉन्ग्रेस से लेकर अन्य पार्टियों ने 500 रुपए के नोट गायब होने का दावा किया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया