‘दुनिया की सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाले मुल्क की सड़कों पर खून की बाढ़, बहुत बड़ा अपशकुन’ : FACT CHECK

इंडोनेशिया के बाढ़ प्रभावित इलाके का एक दृश्य (फोटो साभार; Reuters)

इंडोनेशिया की सड़कों पर कुछ लाल-लाल सा बहता दिख रहा है, जिसकी कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। जहाँ कई लोगों ने इसे सोशल मीडिया पर अपशकुन के रूप में देखा, वहीं कुछ लोगों ने बाइबिल की बातें करते हुए इसे ‘खून की बाढ़’ बता खतरे की आशंका जताई। दुनिया ख़त्म होने से लेकर खून की बारिश तक, न जाने लोगों ने कैसी-कैसी बातें की। इंडोनेशिया में भारी बारिश हुई है और कई इलाकों में अभी भी बाढ़ की स्थिति है।

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आपको बता दें कि ये तस्वीरें वास्तविक हैं। ये घटना जेंग्गोट की है। ये गाँव पेकालोंगन क्षेत्र की है। ये क्षेत्र ‘Batik’ के निर्माण के लिए खासा प्रसिद्ध है, जो एक वैक्स-रेजिस्ट डाईंग है। इसका उपयोग विभिन्न वस्तुओं के रंगरोगन में किया जाता रहा है। व्हाट्सएप्प पर भी वायरल हो रहे एक संदेश में कहा जा रहा है, “दुनिया की सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाले इंडोनेशिया की सड़कें खून से लाल है। कोई जवाब है इसका?”

इंडोनेशिया में सड़कों पर ‘खून फैलने’ की अफवाह

अब आपको बताते हैं कि इसकी सच्चाई क्या है। इससे पहले ये बताना ज़रूरी है कि कुछ ही महीनों पहले इंडोनेशिया की सड़कों पर हरे रंग का द्रव्य बहता हुआ दिखा था। असल में जो इंडोनेशिया की सड़कों पर बह रहा है, वो ‘बाटिक डाई’ का ही कमाल ही है। वहाँ की कई फैक्ट्रियों में बाढ़ का पानी घुस गया है, जिसमें बाटिक डाई मिक्स हो गया। इससे जिस रंग का डाई था, उसी रंग का पानी भी बन गया और वो पानी फिर सड़कों पर बह निकला।

इंडोनेशिया के बोर्नेओ द्वीप पर अब तक 15 से अभी अधिक लोगों की बाढ़ के कारण मौत हो चुकी है और जनवरी महीने में ही हजारों लोगों को वहाँ से स्थानांतरित किया जा चुका है। इंडोनेशिया में बाढ़ के कारण भूस्खलन भी हो रहा है। 17,000 द्वीपों वाले इस देश के अधिकतर लोग पहाड़ों या फिर नदी के किनारे बने मैदानों में निवास करते हैं। अधिकारियों ने कहा है कि बारिश के और पानी के साथ मिलने के बाद ये लाल रंग गायब हो जाएगा।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया