‘जलती चिता से शव निकाल दुष्कर्म’: हिंदुओं की बदनामी के लिए इस्लामी कट्टरपंथियों ने फैलाया झूठ, पाकिस्तानी कब्र में लाशों के साथ रेप वाला एंगल भी

श्मशान की प्रतीकात्मक तस्वीर(फोटो साभार: दैनिक जागरण)

पाकिस्तान में कब्रों में दफन लाशों के साथ रेप करना कोई नई खबर नहीं है। हाल में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें मोहम्मद रियाज नाम का ‘हैवान’ बता रहा है कि उसने 48 शवों के साथ दुष्कर्म किए। उसकी ये वीडियो वायरल होने के बाद भारत के इस्लामी कट्टरपंथी सक्रिय हैं। उन्होंने पाकिस्तान को बदनामी से बचाने के चक्कर में फेक न्यूज फैलाकर अपनी फजीहत करवा ली।

दरअसल, 12 साल बाद रियाज की वीडियो वायरल होने के बाद इस्लामी कट्टरपंथियों ने ये दिखाने का प्रयास किया कि ये नेक्रोफीलिया का केस है। ऐसे मामले भारत से भी आते हैं। उन्होंने राजस्थान के सीकर से फैली फेक न्यूज उठाई और सोशल मीडिया पर दिखाना शुरू किया कि भारत में जलती लाश के साथ बलात्कार होता है।

देख सकते हैं कि झूठ को फैलाने में प्रोपेगेंडाबाज पत्रकार मीर फैजल भी है। उसने अपने ट्वीट में लिखा कि राजस्थान के सीकर में शंकर लाल, बाबू लाला, राजू कुमार, दीपक और हरि सिंह ने जलते शव को चिता से निकालकर उसके साथ रेप किया।

मीर फैजल की तरह तमाम इस्लामी कट्टरपंथियों ने इस खबर को धड़ल्ले से सोशल मीडिया पर शेयर किया और आरोपितों के नाम उभारे। फेक न्यूज फैलाने वालों में सदफ आफरीन, मोहम्मद आसिफ खान समेत तमाम यूजर्स के नाम हैं।

इन सबने एशियानेट द्वारा चलाई गई एक फर्जी न्यूज को आधार बनाकर ट्विटर पर झूठ लिखा। हालाँकि इनका झूठ ज्यादा समय टिक नहीं सका क्योंकि सीकर पुलिस ने इसका सच बता दिया।

सीकर पुलिस ने लिखा- “उक्त घटना मिथ्या एवं भ्रामक है। शव के दाहर संस्कार के तीन दिन बाद ये व्यक्ति अपने परिचित से मिलने इलाके में आए। लेकिन ग्रामीणों ने संदिग्ध समझकर इन्हें मारा पीटा। जब थाना अजीतगढ़ द्वारा मौके पर विधिक कार्रवाई की गई तो दुष्कर्म जैसी घटना का कोई सबूत नहीं मिला।”

पाकिस्तान में कब्रों में लगाने पड़ रहे ताले

गौरतलब है कि कब्र में घुसकर लाशों का रेप करना पाकिस्तान में सामान्य हो गया है। जिस रियाज की वीडियो आने के बाद भारत के इस्लामी कट्टरपंथियों ने झूठ फैलाया वो 2011 का मामला है। रियाज ने गिरफ्तारी के बाद कैमरे पर मीडिया के सामने बेशर्मी से बताया था कि वो कब्र में घुसकर मृत औरतों के साथ गलत काम करता था। उसका कहना था कि वो अपने साथी के साथ इसे अंजाम देता था। उसने 48 औरतों के शवों के साथ ऐसा किया था।

रियाज ऐसी हरकत करने वाला पाकिस्तान का अकेला हैवान नहीं है। साल 2019 में एक रफीक नाम के शख्स ने भी 14 साल की लड़की की लाश को कब्र के साथ निकालकर उसका रेप किया था। साल 2020 में ओकारा से भी ऐसी ही खबर आई थी। फिर थट्टा में भी नाबालिग बच्ची के शव के साथ बलात्कार की घटना हुई थी।

ऐसे तमाम मामले हैं जो अब तक पाकिस्तान से आ चुके हैं। एक वीडियो वायरल हुई थी जिसमें दावा किया गया था कि पाकिस्तान की स्थिति ये है कि लोगों को लाशें दफनाने के बाद कब्रों में दरवाजे और ताले लगवाने पड़ते हैं ताकि बच्चियों और महिलाओं की लाश के साथ कोई गलत काम न किया जाए।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया