क्या अंशुल सक्सेना ने मुस्तफा रियाज बनकर CDS बिपिन रावत के बलिदान पर गालियाँ दी? जानिए इस प्रोपेगेंडा का सच

ट्विटर पर सीडीएस रावत को गाली देने के लिए मुस्लिम ने बदली अपनी पहचान (साभार: ट्विटर प्रोफाइल से स्क्रीनशॉट)

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) के बलिदान होने के बाद सोशल मीडिया पर कई लोग उन्हें गालियाँ दे रहे हैं और जश्न मना रहे हैं। इसी तरह के कई सारे मैसेज व्हाट्सएप पर तेजी से वायरल किए जा रहे हैं। इसमें दावा किया जा रहा है कि draxler_77 नाम वाले ट्विटर यूजर ने अपना नाम बदलकर अंशुल सक्सेना से मुस्तफा रियाज कर लिया और 8 दिसंबर को भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद दिवंगत सीडीएस बिपिन रावत के निधन के बाद जमकर गालियाँ दी।

व्हाट्सएप मैसेज में लिखा है, “याद है कैसे एक संघी ने कोहली की बेटी को गाली दी थी? फिर वही हुआ। संघी अंशुल सक्सेना ने नाम बदलकर मुस्तफा रियाज (लेकिन अपना यूजर नाम बदलना भूल गया।) कर लिया और जनरल रावत को गाली दी! संघी कितना नीचे गिरेगा?”

गुमराह करता व्हाट्सएप मैसेज

हालाँकि, जब आप करीब से व्हाट्सएप पर फॉरवर्ड हुए मैसेज को देखेंगे तो उससे कुछ और ही कहानी का पता चलता है। इसे चेक करने पर पता चला है कि उक्त नाम को बदलकर हिंदू से मुस्लिम नहीं, बल्कि इसे हिंदू नाम दिया गया था। यानि कि इसे पहले के मुस्लिम नाम मुस्तफा रियाज से बदलकर अंशुल सक्सेना किया गया था। आरोपित यूजर ने ट्विटर के अपने बायो में लिखा था कि वह हैदराबाद का रहने वाला है और उस्मानिया यूनिवर्सिटी में पढ़ता/पढ़ा है।

खास बात ये है कि इस यूजर ने अंशुल सक्सेना नाम रखने से पहले पिछले साल 2020 में अपना नाम ‘लक्ष्य भाविन’ कर लिया था, लेकिन कुछ समय के बाद उसने अपनी पूरी प्रोफ़ाइल को ही हटा दिया था। उक्त यूजर की प्रोफ़ाइल के कैशे की जाँच करने पर जानकारी मिली कि उसकी लोकेशन पाकिस्तान के पेशावर में थी। उसमें उसका नाम ‘ThePukhtunLad’ था।

गूगल कैच/ट्विटर

और अधिक खोजबीन करने पर उसका एक ट्वीट मिला, जिससे उसने अपने बारे में बताया था। इसमें लिखा था, “मैं युसुफजई जनजाति से हूँ और एक बार मेरे दादाजी ने मुझसे कहा था कि हम बनी इजरायली हैं।”

गूगल कैच/ट्विटर

इसी तरह से इसी साल 12 फरवरी 2021 को आईपीएस अधिकारी पंकज नैन ने पंचकुला में भूकंप के बारे ट्वीट किया था। इस पर रिप्लाई करते हुए draxler_77 यूजर ने ट्वीट किया, “यहाँ पाकिस्तान के पेशावर भी है।” उसके इन ट्वीट्स से ये बात तो स्पष्ट हो जाती है कि draxler_77 पाकिस्तानी है, जिसने अपना लोकेशन चेंज कर लिया और अपना नम बदलकर दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत का मजाक उड़ाया और गाली दी।

गूगल कैच/ट्विटर

नेटिजन्स ने जब इस मामले को उठाया तो हैदराबाद पुलिस ने इस पर स्वत: संज्ञान लिया। पुलिस के एक्शन लेते ही आईडी निष्क्रिय हो गई।

साभार: ट्विटर

अपराधों को व्हाइटवॉश कर रहे इस्लामिस्ट

हाल ही में भारतीय टीम पाकिस्तान से टी20 वर्ल्ड कप मैच में हार गई थी। इसके बाद एक यूजर ने सभी सोशल मीडिया पर विराट कोहली की बेटी को रेप के धमकी दी थी। शुरू में माना गया कि वो एक इस्लामिस्ट था, लेकिन बाद में मुंबई पुलिस ने मामले में रामनागेश अलीबाथिनी (23) नाम के युवक को हैदराबाद से गिरफ्तार किया। ऐसा इसलिए हुआ कि मामले की शिकायत मुंबई में दर्ज की गई थी।

अब उस घटना का इस्तेमाल इस्लाम को मानने वालों के अपराधों को व्हाइटवॉश करने के लिए किया जा रहा है। लेकिन इस बात का कोई सबूत नहीं है कि रामनागेश अलीबाथिनी ‘संघी’ था या आरएसएस-भाजपा का समर्थक। ठीक इसी तरह से इस मामले में भी व्हाट्सएप चैटों से खुलासा हुआ है कि सीडीएस रावत को गाली देने के लिए एक हिंदू व्यक्ति ने अपना नाम बदलकर मुस्लिम कर लिया था। लेकिन वास्तव में आईडी संभवत: पाकिस्तान के रहने वाले व्यक्ति की है। इस प्रकार यह दावा कि एक हिंदू ने अपना नाम बदलकर मुस्लिम कर लिया और सीडीएस रावत को गाली दी, गलत है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया