UP में रिटायर्ड दारोगा को दिनदहाड़े जरीफ अंसारी ने कुदाल से काटा, लेकिन Video कर रहे ‘दलित की हत्या सर्वण हिंदू ने की’ के दावे के साथ वायरल

गरीबदास को जरीफ अंसारी ने फावड़े से मारा

उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर में पीएसी के रिटायर्ड दारोगा की हत्या का मामले में सोशल मीडिया पर साफ झूठ फैलाया जा रहा है। साउथ एशियन ह्यूमन राइट्स वॉच ने वीडियो को साझा करते हुए कहा है कि इस घटना ने पूरे देश को दहला दिया। ट्वीट के अनुसार एक रिटायर्ड दलित पीएसी इंस्पेक्टर को निर्ममता से मारने वाला शख्स एक अपर कास्ट हिंदू है।

इस ट्वीट के साथ वीडियो को ऐसे जोड़ा गया है कि कोई बाहर का शख्स उसे देखे तो यही सोचे कि भारत में अल्पसंख्यकों के अलावा दलितों पर कितने अत्याचार हो रहे हैं… हालाँकि हकीककत इससे थोड़ी अलग है।

रिटायर्ड पुलिसकर्मी की निर्मम हत्या का मामला मई 2023 का है। इस संबंध में एक रिपोर्ट ऑपइंडिया ने भी प्रकाशित की थी। हमने बताया था कि कैसे रिटायर्ड दलित दारोगा पर फावड़े से हमला कर करके उनकी जान ले ली गई। 17 सेकेंड में करीबन 9 बार उनके ऊपर फावड़े मारे गए। वीडियो वाकई ही दिल दहलाने वाली है। लेकिन असल में हत्यारा वो नहीं जिसे सोशल मीडिया पर बताया जा रहा है। हत्यारा जरीफ अंसारी नाम का शख्स है।

पूरा मामला मुजफ्फरनगर के सिखेड़ा गाँव का था। जहाँ 18 मई को इस जरीफ ने रिटायर्ड दारोगा गरीब दास की हत्या को अंजाम दिया था। सीसीटीवी वीडियो में उसे गरीबदास को ताबड़तोड़ फावड़े से वार करते देखा गया था। वीडियो में नजर आया था कि जरीफ ने 17 सेकेंड में गरीबदास पर 9 जानलेवा वार करने के बाद उनकी गर्दन और सिर पर कई बार पर वार किए थे। जिसके कारण उन्हें अस्पताल में भी बचाया नहीं जा सका।

जरीफ अंसारी ने इस घटना को अंजाम देने के बाद अपनी हरकत को पुलिस थाने जाकर कबूल किया था। शुरुआती पूछताछ में ये बात सामने आई थी कि गरीबदास के जरीफ अंसारी की पत्नी के साथ अवैध संबंध थे इसलिए उसने हमला किया। सीसीटीवी फुटेज में जरीफ के स्पष्ट दिखने के बाद पुलिस ने गरीबदास की हत्या मामले में जरीफ अंसारी को गिरफ्तार कर लिया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया