ऑनलाइन समाचार पोर्टल द न्यूज़ मिनट (TNM) की एक ऐसी चालबाजी पकड़ी गई जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है। दरअसल, द न्यूज़ मिनट ने अपनी एक ख़बर में बलात्कार के दो आरोपितों को पहले तो काल्पनिक हिंदू नाम दिया और फिर बाद में ख़ुद ही ख़ुलासा किया कि बलात्कार के वे आरोपी वास्तव में मुस्लिम समुदाय के थे।
कर्नाटक के बंटवाल क्षेत्र से बाल शोषण और बलात्कार की एक घटना सामने आई थी, जहाँ एक 42 वर्षीय व्यक्ति पर अपनी नाबालिग बेटी के साथ बार-बार बलात्कार करने का आरोप लगाया गया। द न्यूज मिनट ने बताया था कि नाबालिग लड़की का उसके पिता दिनेश और उसके चाचा प्रदीप द्वारा एक साल से अधिक समय से बलात्कार किया जा रहा था।
TNM की ख़बर में आरोपी व्यक्तियों का वास्तविक नाम शामिल नहीं है, और इसमें काल्पनिक नामों का उल्लेख किया गया था। लेकिन प्रदीप और दिनेश नामों का उल्लेख करके यह जताने का प्रयास किया गया कि अपराधी हिंदू थे।
TNM ने अपने पहले के लेख में बलात्कार के आरोपी के रूप में हिंदू प्रदीप और दिनेश का नाम लिखा था।
लेकिन जल्द ही इस घटना को अन्य मीडिया संगठनों द्वारा उजागर किया गया, और तब यह पता चला कि लड़की के पिता का नाम दाऊद है। कथित तौर पर, दाऊद की चार पत्नियाँ हैं, और जबकि उसकी पहली पत्नी उसे छोड़ चुकी है, बाक़ी तीन पत्नियाँ अलग-अलग जगहों पर रह रही हैं। पीड़िता उसकी दूसरी पत्नी की बेटी है।
इसके बाद, TNM को यह लगा कि वो फ़र्ज़ी ख़बरों को प्रचारित करते हुए कहीं पकड़े न जाएँ तो उसने पीड़िता के पिता का नाम बदलकर अली कर दिया और चाचा का नाम बदलकर अब्दुल कर दिया, ये नाम भी काल्पनिक तौर पर इस्तेमाल किए गए हैं। इससे दोनों व्यक्तियों की धार्मिक पहचान उजागर होती है।
चाचा द्वारा 17 वर्षीय नाबालिग के बलात्कार की घटना सामने आई और जाँच के दौरान पता चला कि पीड़िता के साथ उसके पिता ने भी बलात्कार किया था। नाबालिग लड़की की माँ ने शिक़ायत दर्ज कराई थी कि उसकी 17 वर्षीय बेटी का बलात्कार उसके देवर द्वारा कई बार किया गया था। नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार करने के वाले चाचा को अगले दिन उल्लाल पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया।
चौंकाने वाली बात यह है कि लड़की के चाचा ने पुलिस को बताया कि नाबालिग लड़की का पिता पिछले एक साल से अपनी बेटी के साथ बलात्कार कर रहा था। पीड़िता और उसकी माँ बलात्कारी चाचा की माँ से मिलने के लिए बंटवाल से उल्लाल गई थी, जो बीमार थी और उल्लाल के ही अस्पताल में भर्ती थी। उसी रात, चाचा ने कथित तौर पर नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार किया और उसे धमकी दी कि अगर उसने इस बारे में किसी को भी कुछ बताया तो उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।
न्यूज़ मिनट ने पूरी घटना की सूचना तो दी, लेकिन काल्पनिक नाम इस्तेमाल करने के लिए प्रदीप और दिनेश जैसे हिन्दू नाम का उल्लेख किया जिससे समाज में यह संदेश गया कि बलात्कार करने वाले दोनों व्यक्ति हिंदू थे। न्यूज मिनट ने अपनी सेक्युलर साख को बढ़ाने के लिए कुछ काल्पनिक हिंदू नामों का इस्तेमाल किया।
अपडेट: न्यूज मिनट के एडिटर-इन-चीफ़ धन्या राजेंद्रन ने अब एक स्पष्टीकरण पेश किया है। उन्होंने कहा है कि एक काल्पनिक नाम का उपयोग किया गया था क्योंकि पिता का नाम के साथ पीड़िता की पहचान उजागर हो सकती थी। उन्होंने यह भी कहा है कि एक मुस्लिम अपराधी के लिए हिंदू काल्पनिक नाम का उपयोग करना ग़लत था इसमें संपादक द्वारा अनजाने में एक गलती हुई। हालाँकि यह स्पष्ट नहीं है कि आख़िर क्यों ‘दाऊद’ या ‘अब्दुल’ के नाम की जगह ‘प्रदीप’ का नाम लिख दिया गया।