सरफ़रोशी की तमन्ना… जो आजकल AC की हवा के साथ आती है, ताली ठोकते हुए जाती है: AAP की खुशी में अर्चना का दुःख

कन्हैया AC लेकर आए, सिद्धू ताली ठोंकते हुए भागे (फाइल फ़ोटो/प्रतीकात्मक)

कन्हैया कुमार कॉन्ग्रेस में आए गए हैं। सवा 4 लाख वोटों से लोकसभा चुनाव हारने वाला व्यक्ति अब 40 लोकसभा सीटों पर कॉन्ग्रेस का बेड़ा पार लगाएगा, ऐसा चिरयुवा राहुल गाँधी का सपना है। आलम ये है कि दिल्ली के CPI दफ्तर में नेता गर्मी से बेहाल हैं और अब राहुल गाँधी AC की हवा खा रहे हैं, जो कन्हैया कुमार अपने साथ लेकर आए हैं। इस गर्मी के लिए वामपंथी कब अमित शाह को दोष देंगे, इसका इंतजार है।

वैसे अमित शाह से याद आया कि उनसे कैप्टेन अमरिंदर सिंह की मुलाकात की खबर से ही पंजाब में कॉन्ग्रेस की ताली ठुक गई। ‘गुरु’ तो महागुरु निकले और सारा कांड करा कर खुद चलते बने। अब तक जिसे वहाँ पार्टी का सबसे बड़ा चेहरा बनाया जा रहा था, वो मुखौटा पहन कर निकल लिया। AC की हवा खा रहे राहुल गाँधी के सामने अगर किसी ने ताली बज दी तो वो पक्का कॉन्ग्रेस से निकाला जाएगा, ये तय है।

पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा भी है कि ‘सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है..’, लेकिन पूछने वाले ये भी पूछ सकते हैं कि अब अगर उनके दिल में है तो अब तक कहाँ थी? इस तमन्ना को वो किधर रख कर घूम रहे थे। वैसे भगत सिंह की जयंती के अवसर पर कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवानी जैसों को पार्टी में लेकर आया गया है। अब जिग्नेश अपने साथ कौन स उपकार साथ लेकर आए हैं, मीडिया इसका पता लगाने में जुटी है।

शायद जिग्नेश मेवानी अपने साथ सिलाई मशीन लेकर आए हों, ताकि राहुल गाँधी का जो कुर्ता नोटबंदी के दौरान फट गया था उसकी मरम्मत की जा सके। वैसे भी कपड़ों के लिए गुजरात विख्यात है। सूरत में कपड़ों की फैक्ट्री में देश भर के कई लोगों को रोजगार मिलता है। या फिर ये भी हो सकता है कि जिग्नेश मेवानी अपने साथ ‘मसाज चेयर’ लेकर आए हों। थाईलैंड वाले ‘मजे’ का एकाध प्रतिशत यहाँ मिल जाए तो भला ऐतराज कैसा?

https://twitter.com/TajinderBagga/status/1442821639276613633?ref_src=twsrc%5Etfw

दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने पोस्टर लगवा दिए हैं। उन पोस्टरों में लिखा है – ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे – अब ये कॉन्ग्रेस का आधिकारिक नारा है।’ ऑपइंडिया इस तरह की चीजों की कड़ी नींद करता है। इसीलिए, क्योंकि ये नारा तो शुरू से कॉन्ग्रेस के दिलोंदिमाग में छप रहा है, इसमें ‘अब’ जैसी कोई बात नहीं है। दिल्ली में बैठी AAP को पता नहीं ये अच्छा लगेगा या नहीं, लेकिन पंजाब को लेकर वो जरूर खुश होगी।

AAP पंजाब में कई दिनों से ‘गुरु’ पर डोरे डाल रही है। जहाँ एक तरफ AAP खुश है, वहीं उधर अर्चना पूरन सिंह की बेचैनी बढ़ गई है क्योंकि उन्हें रह-सह कर यही एक ‘सरकारी नौकरी’ मिली हुई थी। अगर ‘गुरु’ अब फिर से ‘द कपिल शर्मा शो’ में ताली ठोकने का इरादा करते हैं तो उनकी छुट्टी तय है। या फिर क्या पता वो फिर से वैष्णो देवी में एकांतवास के लिए निकल जाएँ, जहाँ से लौट कर उन्होंने इतना उथल-पुथल मचाया था।

अनुपम कुमार सिंह: चम्पारण से. हमेशा राइट. भारतीय इतिहास, राजनीति और संस्कृति की समझ. बीआईटी मेसरा से कंप्यूटर साइंस में स्नातक.