श्रीलंका के बाद BJP पहुँची इंग्लैंड! महारानी एलिजाबेथ की बहू बनीं पहली भगवा कार्यकर्ता

कमल लपकने को आतुर बाएँ-दाएँ दोनों ओर भागने को मजबूर मेगन

अगर शाही परिवार में पसरे नस्लवाद के विरुद्ध प्रिंस हैरी की पत्नी व महारानी एलिजाबेथ की बहू मेगन मार्केल के आरोप आपको भीतर से तसल्ली नहीं दे पा रहे, तो ऑपइंडिया के पास आपके लिए एक एक्सक्लूसिव जानकारी है।

दरअसल, ऑपइंडिया को पता चला है कि मार्केल जल्द ही साल 2024 के अमेरिकी चुनाव लड़ने के लिए भारतीय जनता पार्टी से जुड़ने जा रही हैं।  पिछले दिनों ओप्रा विन्फ्रे को साक्षात्कार देते हुए भी उन्होंने अरमानी की ड्रेस पहनी थी, जिसकी कीमत बाजार में भारतीय रुपयों के अनुसार 3 लाख 42 हजार के करीब है यानी 4,700 डॉलर।

मेगन की इस महंगी ड्रेस पर नजर आने वाला ग्रे डिजाइन किसी भी अंजान व्यक्ति को लग सकता है कि उनके बेटे आर्ची ने उनकी ड्रेस पर कुछ फेंक दिया हो, लेकिन हकीकत ये है कि उनकी ड्रेस पर ग्रे कलर से कमल का फूल बना है

अपनी कमल वाली ड्रेस के साथ मेगन मार्केल

टाउन एंड कंट्री के अनुसार, शाही परिवार की बहू ने जानबूझ कर ऐसी ड्रेस का चुनाव किया, जिसमें विशेष रूप से कमल का फूल बना था। हालाँकि, मेगन की ड्रेस को लेकर व्याख्या पूर्ण रूप से गलत थी।

ये गॉसिप मैगजीन भले ही मानती रहे कि यहाँ कमल के फूल का मतलब उनका हिंदू धर्म के तरफ झुकाव था लेकिन सच्चाई ये है कि मेगन की ड्रेस उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर संकेत करती है।

हाथ में कमल लिए पीएम नरेंद्र मोदी

जैसा कि हमें पता ही है कि भाजपा का चुनाव चिह्न कमल का फूल है, जो दर्शाता है कि तमाम चुनौतीपूर्ण स्थितियों के बाद एक फूल कैसे खिलता है। कैसे कीचड़ में होने के बाद भी वह निखरता है।

इसलिए यकीन मानिए मेगन मार्केल भाजपा से जुड़ने जा रही है। ऑप इंडिया के सूत्रों को मेगन ने खुद बताया कि 11 मार्च को रामनवमी के दिन जो महाशिवरात्रि है, उस दिन वो BJP में आकर भगवामय हो जाएँगी। वह भाजपा की न्यूऑर्क में खुलने जा रही ब्रांच को लेकर बहुत उत्साहित हैं। उन्होंने कहा है कि वह इस नई ब्रांच में भाजपा की सदस्यता लेंगी। 

मेगन को लेकर यह खबर ठीक इस सूचना के एक दिन बाद आई है कि भाजपा अपने पड़ोसी देश श्रीलंका में अपनी ब्रांच खोलने जा रहे हैं। इसी खबर को सुन कर मेगन ने यह फैसला लिया है। मेगन अब 2024 में यूएस में कमला हैरीस के सामने कमल लेकर राष्ट्रपति चुनाव लड़ेंगी।

…और जैसा कि हमारे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने एक बार कहा था, “अंधेरा छँटेगा, सूरज निकलेगा, कमल खिलेगा”… तो अब समय है अमेरिका की घटाओं से काले बादल छटेंगे और सूरज चमकेगा, ताकि वहाँ भी कमल खिल सके।

Nirwa Mehta: Politically incorrect. Author, Flawed But Fabulous.