‘सूर्य तिलक’ से पहले भगवान रामलला का दुग्धाभिषेक, बोले PM मोदी- शताब्दियों की प्रतीक्षा के बाद आई है ये रामनवमी, राम भारत का आधार

अयोध्या के राम मंदिर में रामलला का अभिषेक

रामनवमी को लेकर इस बार लोगों का उत्साह चरम पर है। सन् 1527 के बाद ये पहली बार है जब अयोध्या के भव्य मंदिर में रामलला विराज रहे हैं और रामनवमी मनाई जा रही है। ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट’ ने तस्वीरें जारी कर के जानकारी दी है कि श्रीरामनवमी की पावन बेला में राम जन्मभूमि मंदिर में प्रभु श्री रामलला सरकार का दिव्य अभिषेक किया गया। इसमें देखा जा सकता है कि दुग्ध और चंदन समेत विभिन्न पदार्थों से रामलला का अभिषेक किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस अवसर पर देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा, “यह पहली रामनवमी है, जब अयोध्या के भव्य और दिव्य राम मंदिर में हमारे राम लला विराजमान हो चुके हैं। रामनवमी के इस उत्सव में आज अयोध्या एक अप्रतिम आनंद में है। 5 शताब्दियों की प्रतीक्षा के बाद आज हमें ये रामनवमी अयोध्या में इस तरह मनाने का सौभाग्य मिला है। यह देशवासियों की इतने वर्षों की कठिन तपस्या, त्याग और बलिदान का सुफल है।”

साथ ही प्रधानमंत्री ने ‘राम काज कीन्हें बिनु मोहि कहाँ विश्राम’ वाली रामचरितमानस की चौपाई के साथ रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा वाली अपनी तस्वीर भी शेयर की। साथ ही पीएम मोदी ने भगवान श्रीराम को लेकर अपने वक्तव्य का वीडियो भी शेयर किया है। उन्होंने कहा कि राम भारत की आस्था है, राम भारत का आधार है। साथ ही वीडियो में सोनू निगम द्वारा गाया गया भजन भी है। पीएम मोदी कहते हैं कि ये पहली रामनवमी है जब अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला विराजमान हो चुके हैं।

उन्होंने बताया, “राम भारत की आस्था है, राम भारत का आधार है, राम भारत का विचार है, राम भारत का विधान है, राम भारत की चेतना है, राम भारत का चिंतन है, राम भारत की प्रतिष्ठा है, राम भारत का प्रताप है। राम प्रवाह है, राम प्रभाव है, राम नेति भी है, राम नीति भी है। राम नित्यता भी है, राम निरंतरता भी है। राम विभु है, विशद है, राम व्यापक है, विश्व है, विश्वात्मा है। राम विवाद नहीं, राम समाधान है।” उन्होंने प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के दौरान ये बातें कही थीं। रामनवमी पर दोपहर में रामलला का ‘सूर्य तिलक’ भी होना है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया