आल्हा, बिरहा, चालीसा, बेवफा SDM, मेहरी नहीं पढ़ाएँगे… आलोक मौर्या में भोजपुरी ने देखी ज्योति: खान सर बोले- 93 लोग अपनी पत्नी को कोचिंग से ले गए

ज्योति मौर्या और आलोक मौर्या की कहानी को आल्हा के भाव में रोशन खरवार ने गाया है

जब नोटबंदी हुई थी तो ‘सोनम गुप्ता बेवफा है’ वाला 10 रुपए का नोट सोशल मीडिया में छा गया था। अब सोशल मीडिया में ऐसे संदेशों की भरमार है जो बताते हैं कि ‘ज्योति मौर्या बेवफा है’। दरअसल ऐसा ज्योति के पति आलोक मौर्या जो कि सफाई कर्मचारी हैं का एक रोते हुए वीडियो सामने आने के बाद हुआ। इसमें आलोक ने कहा कि जिस ज्योति को उन्होंने पढ़ाया-लिखाया वह एसडीएम बनने के बाद उन्हें धोखा दे रही है। अपनी पत्नी का होम गार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के साथ अफेयर का दावा किया। दोनों पर अपनी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया। विभागीय जाँच में दुबे को दोषी मानते हुए सस्पेंड करने की सिफारिश की गई है।

पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बनी इस कहानी में कई मोड़ आ चुके हैं। कई वीडियो, कई दावे, कई चैट, फोन कॉल रिकॉर्डिंग से लेकर वसूली वाली डायरी तक। तलाक की अर्जी से लेकर दहेज के लिए प्रताड़ित करने के आरोप तक लग चुके हैं।खान सर का दावा है कि इस घटना के कारण करीब 93 पति अपनी पत्नियों का नाम कोचिंग से कटा चुके हैं।ऐसे में भोजपुरी इंडस्ट्री भी कहां पीछे रहने वाली थी। ज्योति और आलोक मौर्या प्रकरण पर भोजपुरी में दर्जनभर गाने अब तक आ चुके हैं। इन पर चालीसा से लेकर आल्हा तक गायकों ने गा दिया है।

जब इस कहानी का इतना बाजा बज रहा हो तो भोजपुरी गायक ही क्यों पीछे रहें। ज्योति और आलोक मौर्या प्रकरण पर भोजपुरी में दर्जनभर गाने अब तक आ चुके हैं। चालीसा से लेकर बिरहा तक गायकों ने गा दिया है। इनमें से कई गानों में ज्योति को बेवफा बताया गया है। कुछ में उनके लिए छिनार जैसे शब्द का इस्तेमाल किया गया है। कुछ गानों के जरिए यह बताने की कोशिश की गई है कि बेटी को पढ़ाना चाहिए, न कि पत्नी को।

एसडीएम ज्योति मौर्या और आलोक मौर्या पर बनी चालीसा को चंदा शर्मा ने आवाज दी है। 5 जुलाई को रिलीज हुए इस चालीसा को 12 लाख से ज्यादा व्यूज रिपोर्ट लिखे जाने तक मिल चुके थे।

रितीक पांडे ने इस प्रकरण पर जो गाना गाया है वह ‘एसडीएम बनते ही भूल गईलु’। इसे लिखा है गुरुदेव ने। साढ़े 6 लाख से ज्यादा व्यूज हासिल कर चुके इस गाने को 29 जून को जारी किया गया था।

भोजपुरी के अलावा ज्योति और आलोक मौर्या की कहानी पर आल्हा के भाव में रोशन खरवार का गाया गाना भी खूब चल रहा है। 3 जुलाई को इसे रिलीज किया गया था। 20 लाख से अधिक व्यूज आ चुके हैं।

ओमप्रकाश का गाया ‘बेवफा एसडीएम ज्योति उर्फ आलोक मौर्या को इंसाफ’ गाना भी चर्चा में है। इस बिरहा को 12 जुलाई को ही रिलीज किया गया है और 10 घंटे में ही इसे डेढ़ लाख के करीब व्यूज मिल चुके थे।

‘मेहरी को नहीं पढ़ाएँगे’ को लाल बाबू और खुशी कक्कड़ ने गाया है। 7 जुलाई को इसे जारी किया गया और करीब 13 लाख व्यूज इसे मिल चुके हैं।

यूट्यूब पर आप जैसे ही ज्योति और आलोक मौर्या के नाम से बने भोजपुरी गानों को सर्च करेंगे ऐसे कई गाने मिलेंगे। एसडीएम जइसन मउगी छिनार न मिले, समय समय के खेला बा, बदलल नियतिया एसडीएम साहिबा के, हट गईल एसडीएम ज्योति मौर्या, बेवफा एसडीएम, ज्योति मौर्या छिनार भईली जैसे टाइटल से कई गाने रिलीज किए गए हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया