‘स्टंट सेकुलर’ Zomato में कॉस्ट कटिंग: 100 लोगों को नौकरी से निकाला

ऑनलाइन खाना डिलीवरी करने वाली कंपनी जोमैटो ने 100 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला

हाल ही में अपनी सेक्युलर छवि के लिए चर्चा में आई ऑनलाइन खाना डिलीवरी करने वाली कंपनी जोमैटो (Zomato) ने अपने गुरुग्राम कार्यालय में आवश्यकता से अधिक 100 कस्टमर्स सपोर्ट कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। कंपनी ने कॉस्ट कटिंग करने के लिए छंटनी करने का कदम उठाया है।

Zomato कंपनी ने कहा है कि यह छंटनी ग्राहक देखभाल विभाग में आवश्यकता से अधिक कर्मचारी होने के कारण की गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, “पिछले कुछ महीनों में हमारी सेवा गुणवत्ता सुधरी है। मिलने वाले ऑर्डरों के लिए ग्राहक सहायता के लिए कर्मचारियों की जरूरत कम हुई है।” Zomato के अनुसार, कंपनी ने बैकअप के लिए रखे इन लोगों को नौकरी से निकाला है।

हालाँकि, कंपनी का कहना है कि इस छंटनी की वजह से उसके कोर ऑपरेशन (Core operations) पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। Zomato ने कहा है, ”पिछले कुछ समय में हमारी सर्विस में सुधार देखने को मिला है। अब वर्किंग ऑपरेशन को ऑपरेट करने में कम लोगों की जरूरत पड़ रही है।

कंपनी का कस्टमर्स सपोर्ट डिपॉर्टमेंट में इस बात से अच्छा प्रभाव देखने को मिला है। Zomato हर ऑर्डर पर कस्टमर सपोर्ट में 4 से 5 रुपए खर्च करती है। इस खर्च में ऑर्डर की सेल सर्विस भी शामिल है। इस तरह से कम्पनी का मानना है कि वो मानव संसाधनों पर ज्यादा खर्च वहन करने में असमर्थ है।

Zomato हाल ही में सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी रही। दरअसल, जोमैटो ने एक हिन्दू युवक की माँग को खारिज कर के उसे बदले में ऐसा जवाब दिया था, जिससे कंपनी हिन्दू समुदाय और कार्यकर्ताओं के निशाने पर आ गई थी।

अमित शुक्ला नाम के उपभोक्ता ने मुस्लिम डिलिवरी ब्वॉय को देखकर ऑर्डर कैंसल कर दिया था। साथ ही, उन्होंने दूसरे राइडर से खाना भिजवाने की माँग की थी। हालाँकि, कंपनी ने इसके लिए इनकार कर दिया और रिफंड देने से भी मना कर दिया था। इसके बाद कस्टमर ने कानूनी कार्रवाई करने की धमकी भी दी थी। इसके बाद यूज़र्स ने Zomato के बहिष्कार का निर्णय किया था और इसके बाद कम्पनी की मोबाइल एप्प को भी अनइंस्टॉल किया गया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया