4 मई को खुलेगा देश का सबसे बड़ा IPO, ₹902-949 होगा प्राइस बैंड: जानिए LIC आईपीओ में निवेश के लिए क्या है जरूरी

जानिए LIC आईपीओ में निवेश के लिए क्या है जरूरी (साभार-डेक्कन हेराल्ड)

शेयर मार्किट में भारतीय जीवन बीमा निगम लिमिटेड (LIC) के आईपीओ को लेकर निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडे ने बुधवार (27 अप्रैल, 2022) को इसके बारे में जानकारी दी। इसमें कहा गया है कि सरकार की इस बीमा कंपनी में 3.5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने और करीब 20,557.23 करोड़ रुपए जुटाने की योजना है। यहाँ बता दें कि पहले इसका आकार 65 हजार करोड़ रुपए रखने का निर्णय किया गया था, जिसे अब बदल दिया गया है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद दीपम के सचिव तुहिन कांता पांडे ने कहा, “एलआईसी का आईपीओ देश का सबसे बड़ा आईपीओ होगा भले ही इसका इश्यू साइज घटाकर दिया गया है। लाॅन्ग टर्म में यह इश्यू निवेशकों के लिए फायदेमंद साबित होगा।” दीपम सचिव तुहिन कांत पांडे ने आगे बताया, “एलआईसी आईपीओ के लिए प्रति शेयर 902 रुपए से 949 रुपए पर प्राइस बैंड निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि हम इसे एलआईसी 3.0 चरण कहेंगे।”

LIC के अध्यक्ष एम. आर. कुमार ने कहा, “एंकर इंवेस्टर्स के लिए 2 मई, 2022 को आईपीओ खुलेगा, जबकि 4 से 9 मई तक आम जनता के लिए ये खुलेगा। इसके अलावा ये बाजार में 17 मई को लिस्ट हो सकता है।” मीडिया से बात करते हुए उन्होंने इसे भारत का सबसे बड़ा आईपीओ भी बताया। कुमार के मुताबिक प्राइज बैंड 902-949 रुपए रखा गया है, जिसमें पॉलिसी धारकों को 60 रुपए की छूट मिलेगी, जबकि खुदरा निवेशकों और कर्मचारियों के लिए 45 रुपए की छूट का प्रावधान है। इस आईपीओ में निवेशक एक लाॅट में कम से कम 15 शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं।

तुहिन कांत पांडे ने बताया, “कैपिटल मार्किट के प्रतिकूल हालात के मद्देनजर एलआईसी आईपीओ का आकार बिल्कुल सही है। इससे कैपिटल की कमी नहीं होगी और मॉनेटरी सप्लाई भी बाधित नहीं होगी। एलआईसी का आईपीओ पूरी तरह से ऑफर ऑन सेल होगा। कंपनी इसके जरिए एंकर निवेशकों के लिए 5.929 करोड़ शेयर जारी करेगी। कर्मचारियों के लिए 15.8 करोड़ शेयर और पॉलिसी धारकों के लिए 2.214 करोड़ शेयर रिजर्व रखे गए हैं। इसके अलावा क्यूआईबी के लिए 9.883 शेयर निर्धारित किए गए हैं।

बता दें कि एलआईसी आईपीओ को लेकर पहले केंद्र सरकार की योजना 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की थी। इसके तहत कंपनी 31.6 करोड़ शेयर जारी करने वाली थी। लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण बाजार में आई उथल-पुथल के मद्देनजर इसका आकार छोटा कर दिया गया। लेकिन सरकार ने भले ही आईपीओ का आकार 65 हजार करोड़ रुपए से घटाकर 21 हजार करोड़ रुपए कर दिया है, फिर भी ये सबसे बड़ा आईपीओ होगा।

गौरतलब है कि देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) में सरकार की 100 फीसदी हिस्सेदारी है। यानी सरकार के पास कंपनी के 632.49 करोड़ शेयर हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया