विम्बलडन को मिला 20 साल का नया चैंपियन या टेनिस को मिला अगला सुपरस्टार? स्पेन के कार्लोस अल्कारेज के सचिन तेंदुलकर भी हुए मुरीद

20 साल के कार्लोस अल्कारेज बने विम्बलडन के नए चैंपियन (फोटो साभार: Bloomberg)

स्पेनिश खिलाड़ी कार्लोस अल्कारेज (Carlos Alcaraz) टेनिस जगत के नए स्टार बनकर सामने आए हैं। 20 साल के अल्कारेज ने रविवार (16 जुलाई, 2023) रात 36 साल के नोवाक जोकोविच (Novak Djokovic) को हराकर विम्बलडन (wimbledon) मेंस सिंगल्स का खिताब अपने नाम कर लिया। युवा खिलाड़ी के हाथों मिली हार के बाद जोकोविच ने अल्कारेज की तारीफ की है। वहीं, अल्कारेज ने इस जीत को सपना सच होने जैसा बताया है।

क्या हुआ मैच में?

विम्बलडन मेंस सिंगल्स के फाइनल मुकाबले से पहले ही बहुत कम लोग ही कार्लोस अल्कारेज को जीत का दावेदार मान रहे थे। मैच के पहले सेट में नोवाक जोकोविच ने अल्कारेज को फटाफट अंदाज में 6-1 से हराकर यह जताने की कोशिश की थी कि वह 5वीं बार विम्बलडन का खिताब जीतने जा रहे हैं। लेकिन टाई ब्रेकर तक खिंचे दूसरे सेट में अल्कारेज ने जोकोविच को 7-6 से हरा दिया। इसके बाद तीसरे सेट में भी उन्होंने ने 6-1 से अपने नाम किया। लेकिन जोकोविच हार मानने को तैयार नहीं थे।

चौथे सेट में जोकोविच ने पूरी जान झोंकते हुए 6-3 से सेट अपने नाम किया। अब मैच 5वें और अंतिम सेट में जा पहुँचा था। एक युवा खिलाड़ी से पिछड़ने के बाद जोकोविच काफी फ्रस्टेटेड दिखाई दे रहे थे। इसी दौरान अल्कारेज ने एक और प्वाइंट अपने नाम किया। इससे झल्लाते हुए जोकोविच ने अपना रैकेट नेट पोल पर मारकर तोड़ दिया। हालाँकि उनका फ्रस्टेशन किसी काम नहीं आया और स्पेनिश स्टार कार्लोस अल्कारेज ने उन्हें 6-4 से हराकर विम्बलडन का खिताब अपने नाम कर लिया।

अल्कारेज ने दूसरी बार ग्रैंड स्लैम का खिताब अपने नाम किया है। इससे पहले साल 2022 में उन्होंने यूएस ओपन में भी शानदार जीत दर्ज की थी। कार्लोस अल्कारेज विंबलडन खिताब जीतने वाले तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी हैं। इससे पहले साल 1985 में लीजेंड टेनिस स्टार बोरिस बेकर ने 17 साल की उम्र में और साल 1976 में बियोन बॉग ने 20 साल की उम्र में खिताब जीता था।

2003 में जन्मे अल्कारेज के लिए यह जीत इसलिए भी खास है, क्योंकि जब जोकोविच ने अपना पहला ग्रैंड स्लैम जीता था, तब वह महज 5 साल के थे। बता दें कि नोवाक जोकोविच ने साल 2008 में ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब अपने नाम कर पहला ग्रैंड स्लैम जीता था। जोकोविच अगर यह मैच जीत लेते तो यह उनकी विम्बलडन टूर्नामेंट की 5वीं खिताबी जीत होती। साथ ही मेन्स सिंगल में उनकी आठवीं जीत होती और किसी बड़े टूर्नामेंट में 24वीं जीत होती। लेकिन कार्लोस अल्कारेज ने उनके सपनों पर पानी फेर दिया।

जोकोविच ने की अल्कारेज की तारीफ

मैच खत्म होने के बाद नोवाक जोकोविच ने कहा है, “ईमानदारी से कहूँ तो मैं अल्कारेज जैसे खिलाड़ी के खिलाफ कभी नहीं खेला। रोजर फेडरर और राफेल नडाल की ताकत और कमजोरियाँ दोनों हैं। लेकिन अल्कारेज पूरी तरह से एक बेहतरीन खिलाड़ी है। उसके पास ऐसी क्षमता है कि वह लंबे समय तक और सभी कोर्ट पर आगे बढ़ सकता है। मैंने इस कोर्ट पर कई मुकाबले जीते हैं। यहाँ हारने पर मुझे यकीन नहीं हो रहा कि आज मैं जीत नहीं पाया। अल्कारेज ने शानदार खेला। वह इस जीत के हकदार थे। अल्कारेज ने घास वाले कोर्ट पर बहुत कम मैच खेले थे। इसलिए मुझे लगा कि क्ले और हार्ड कोर्ट पर ही अल्कारेज अच्छा खेल सकते हैं। लेकिन उन्होंने जिस तरह से इस घास वाले कोर्ट में मैच खेला वह बेहद शानदार था।”

वहीं जीत के बाद कार्लोस अल्कारेज ने कहा है, “विम्बलडन जीतना मेरे लिए सपने के सच होने जैसा है। अगर मैं हार भी जाता तो, मुझे खुद पर गर्व होता। 20 साल के लड़के के लिए ऐसे मौके पर इस स्तर पर आकर खेलना, सबकुछ बहुत तेजी से हुआ है। खुद पर गर्व हो रहा है।”

इस जीत के बाद कार्लोस अल्कारेज को दुनियाभर से सराहना मिल रही है। कई लोगों का मानना है कि अब अगले एक-डेढ़ दशक तक टेनिस की दुनिया पर उनका राज दिखेगा। क्रिकेट के देवता कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का भी मानना है कि अल्कारेज की यह जीत नए सुपरस्टार का उदय है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है, “शानदार फाइनल देखने को मिला। दोनों एथलीटों ने उत्कृष्ट टेनिस का प्रदर्शन किया। हम टेनिस के अगले सुपरस्टार का उदय देख रहे हैं। रोजर फेडरर की तरह ही मैं अगले 10-12 वर्षों तक कार्लोस के करियर का भी अनुसरण करूँगा। बहुत-बहुत बधाई कार्लोस अल्कारेज।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया