अब आर्यन हैं… तब 20 बैग के साथ शाहरुख धरे गए थे: जानें उस NCB अधिकारी को जिसने 10 साल पहले भी लिया था किंग खान से पंगा

आर्यन खान, एनसीबी डायरेक्टर समीर वानखेड़े, शाहरुख खान

मुंबई में कॉर्डेलिया क्रूज पर चल रही ड्रग पार्टी मामले में नारकोर्टिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने हाल में एक ड्रग पेडलर को गिरफ्तार किया है। यह इस केस की 19 वीं गिरफ्तारी है जो कि मुंबई के खार वेस्ट इलाके से हुई। इससे पहले शाहरुख खान के ड्राइवर से एनसीबी ने पूछताछ की थी और प्रोड्यूसर इम्तियाज खत्री के घर छापेमारी की गई थी।

बता दें कि बॉलीवुड में ड्रग का मामला पिछले साल सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से ज्यादा हाईलाइट हुआ था। उस समय भी एनसीबी ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की थी। दीपिका पादुकोण से लेकर सारा अली खान तक से पूछताछ हुई थी। रिया चक्रवर्ती तो इस मामले के खुलासे के कारण में जेल में भी रहीं। अब यही ड्रग आर्यन खान की गिरफ्तारी का कारण बना है।

दिलचस्प बात यह है कि दोनों गिरफ्तारियों के पीछे एक कॉमन एंगल है और एक कॉमन अधिकारी है। इस अधिकारी का नाम समीर वानखेड़े है। 2008 के बैच के आईआरएस ऑफिसर ने NIA में, DRI में, हर जगह काम किया है। फिलहाल वह नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में डायरेक्टर के पद पर हैं। 

वानखेड़े के लिए ये सेलेब्रिटीज का पकड़ा जाना, उनके विरुद्ध कार्रवाई, कोई नई बात नहीं है। आपको जानकर हैरानी होगी कि वानखेड़े ने बतौर कस्टम ऑफिसर मुंबई अतंराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर शाहरुख खान के विरुद्ध एक्शन ले लिया था, जिसके कारण एक्टर को 1.5 लाख रुपए फाइन देने पड़े थे। 

उस समय शाहरुख खान हॉलैंड और लंदन गए हुए थे और घर वापसी में ज्यादा सामान करीब 20 बैग के साथ पकड़े गए थे, तब कस्टम अधिकारियों ने उनसे पूछताछ की थी और उनके परिजनों को जाने दिया गया था। पूछताछ करने वाली टीम कस्टम अधिकारी समीर वानखेड़े की थी।

प्रक्रिया पूरी होने के बाद शाहरुख को 1.5 लाख रुपए का जुर्माना देना पड़ा था। इस पूछताछ पर उस समय के कस्टम कमिश्नर ने भी बयान दिया था कि ये केवल रूटीन प्रक्रिया थी। कोई भी ज्यादा सामान लाता है तो उसे उस पर कर देना होता है। शाहरुख पर 1.5 लाख लगा क्योंकि उन्होंने बहुत सामान लिया हुआ था।

कस्टम अधिकारी की सर्विस के बाद वह सर्विस टैक्स डिपार्टमेंट में गए और उन्होंने अनुराग कश्यप, विवेक ऑबरॉय, मिका सिंह, राम गोपाल वर्मा से भी आमना-सामना किया।

इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, वानखेड़े ने डीआरआई में भी उल्लेखनीय काम किया था, जिसकी वजह से सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु मामले में ड्रग केस उजागर होने के बाद उन्हें उसमें लाया गया। देखते ही देखते ही रिया समेत कई सेलेब्रिटी पूछताछ के घेरे में आ गई।

समीर वानखेड़े और उनकी टीम को इस साल अगस्त में केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से उत्कृष्ट जाँच का अवार्ड दिया गया है। रिपोर्ट बताती है कि वानखेड़े के तमाम आलोचक होने के बावजूद उनके पास मुखबिरों का एक पूरा नेटवर्क है जिसने मुंबई और गोवा में नारकोटिक नेटवर्क पर खुलासा किया। इसके अलावा एबीपी रिपोर्ट कहती है कि आज बॉलीवुड में वानखेड़े का डर इतना पसरा है कि शोले फिल्म की तर्ज पर डायलॉग मशहूर हो गया है कि ‘जरा संभल कर धुआँ उड़ा नहीं तो वानखेड़े आ जाएगा।’

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया