देश में अवैध रूप से रह रहे घुसपैठियों की संख्या बढ़ती जा रही है। पिछले कुछ दिनों में अलग-अलग इलाक़ों से कई घुसपैठियों को हिरसत में लिया गया है। इसी क्रम में गुजरात के अहमदाबाद से 11 बांग्लादेशी नागरिकों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, जो अवैध रूप से वहाँ रह रहे थे। गुजरात पुलिस के विशेष अभियान समूह (SOG) ने शनिवार (जनवरी 25, 2020) को ये कार्रवाई की। हिरासत में लिए गए सभी बांग्लादेशी अहमदाबाद में अवैध रूप से प्रवास कर रहे थे।
एसओजी असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस बीसी सोलंकी ने जानकारी दी है कि हिरासत में लिए गए सभी बांग्लादेशियों को वापस उनके मुल्क़ में प्रत्यर्पित करने के लिए प्रयास किया जा रहा है। पुलिस ने इस दिशा में कार्रवाई भी शुरू कर दी है। अवैध रूप से रह रहे ये सभी बांग्लादेशी मजदूरी का काम कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि हिरासत में लेने के बाद उनके बांग्लादेश प्रत्यर्पण के लिए कार्यवाही शुरू कर दी गई है।
हिरासत में लिए गए लोगों से उनका डाक्यूमेंट्स दिखाने को कहा गया था, लेकिन उनके पास भारतीय नागरिकता साबित करने वाले कोई दस्तावेज नहीं थे। पुलिस को शक है कि उनमें से कुछ आपराधिक गतिविधियों में भी संलग्न हैं। पुलिस इस बात का पता लगाने में जुटी है कि हिरासत में लिए गए बांग्लादेशियों का क्या आपराधिक इतिहास रहा है? एसओजी ने 2 टीम बना कर छापेमारी की और उन 11 अवैध बांग्लादेशियों को पकड़ा। इशानपुर में चंदोला झील के पास बनी बस्ती से इन्हें हिरासत में लिया गया है।
https://twitter.com/TOIAhmedabad/status/1221082712557010944?ref_src=twsrc%5Etfwमई 2019 में रथयात्रा से पहले अहमदाबाद विशेष अभियान समूह (एसओजी) ने गैरकानूनी तरीके से शहर के विभिन्न हिस्सों में रह रहे 47 बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया था। ये दिखाता है कि गुजरात की क़ानून-व्यवस्था के लिए घुसपैठिए सिरदर्द बन रहे हैं। हाल ही में पुलिस को सूचना मिली थी कि तरमुगली द्वीप पर कुछ संदिग्ध लोगों को नाव के साथ देखा गया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 66 लोगों को हिरासत में लिया था। ये सभी बाद में रोहिंग्या मुस्लिम निकले। हिरासत में लिए गए सभी आरोपित बांग्लादेश से आए थे।