अनुच्छेद-370 हटने के बाद 1700 कश्मीरी पंडितों को नौकरी, 439 आतंकी मारे गए: J&K पर संसद में सरकार ने दिए आँकड़े

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय (फोटो साभार: राज्य सभा चैनल)

जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में अनुच्छेद-370 निरस्त करने के बाद से अब तक यहाँ विभिन्न सरकारी विभागों में करीब 1700 कश्मीरी पंडितों को नियुक्त किया गया है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय (Nityanand Rai) ने बुधवार (2 फरवरी, 2022) को राज्यसभा में यह जानकारी दी। राज्यसभा में कश्मीरी पंडितों की नौकरियों को लेकर पूछे गए सवाल पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए आँकड़ों का हवाला देते हुए कहा, “1,54,712 में से 44,684 कश्मीरी प्रवासी परिवारों को राहत और पुनर्वास आयुक्त (प्रवासी) जम्मू के कार्यालय में पंजीकृत किया गया था। जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा विभिन्न सरकारी विभागों में करीब 1700 कश्मीरी पंडितों को नियुक्त किया गया है।”

नित्यानंद राय ने एक लिखित प्रश्न का जवाब देते हुए कहा, “कश्मीरी प्रवासी परिवारों के पुनर्वास के लिए जम्मू-कश्मीर सरकार ने 5 अगस्त 2019 से 1697 ऐसे व्यक्तियों को नियुक्त किया है और इस संबंध में अतिरिक्त 1140 व्यक्तियों का चयन किया है।”

नित्यानंद राय ने राज्यसभा सांसद नीरज डांगी को एक लिखित जवाब में बताया कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद-370 के हटने के बाद से यानी 5 अगस्त 2019 से 26 जनवरी 2022 तक 541 आतंकी घटनाएँ हुई हैं, जबकि 439 आतंकवादी मारे गए हैं। इसके अलावा 98 नागरिक भी मारे गए और 109 सुरक्षा बल (एसएफ) ​बलिदान हुए हैं। गृह राज्य मंत्री ने बताया इन घटनाओं के दौरान, किसी भी महत्वपूर्ण सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान नहीं हुआ है।

बता दें कि जम्मू-कश्मीर में मोदी सरकार द्वारा अनुच्छेद-370 को निरस्त करने के बाद वहाँ पर पथराव की घटनाएँ भी कम हुई हैं। इसके अलावा घाटी में आतंकवादियों को होने वाली फंडिंग पर भी रोक लगी है और अलगाववादी नेताओं पर एनआईए ने कार्रवाई की है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया