‘जेहाद से मिलती है जन्नत’: भारत को इस्लामी मुल्क बनाना चाहता था 19 साल का सैफुल्लाह, रिपोर्ट में दावा- ATS पूछताछ में किए खुलासे

मदरसा टीचर जफरुल (बाएँ) के बेटे सैफुल्लाह (दाएँ) को पसंद है तालिबान की क्रूरता (चित्र साभार: दैनिक भास्कर)

उत्तर प्रदेश के कानपुर से 14 अगस्त 2022 को गिरफ्तार जैश आतंकी हबीबुल इस्लाम उर्फ सैफुल्लाह ने पूछताछ में कई खुलासे किए है। सैफुल्ला भारत में इस्लाम का राज लाना चाहता था। इसके लिए उसने जिहाद की राह चुनी थी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 19 साल के सैफुल्लाह ने ATS को बताया है कि वह भारत में इस्लामी शासन कायम करने की जंग लड़ रहा है। पूर्व में गिरफ्तार आतंकी नदीम की तरह वह भी टेलीग्राम पर पाकिस्तान सहित कई अन्य देशों में कट्टरपंथियों से जुड़ा हुआ था। वहाँ से उसे जिहाद के लिए उकसाने वाले वीडियो भेजे जाते थे। पाकिस्तानी हैंडलरों को वह ऑडियो और वीडियो कॉल भी किया करता था।

तालिबान जिस क्रूरता से अपने दुश्मनों का कत्ल करता है, वह सैफुल्लाह को बेहद पसंद है। उसके मुताबिक एक न एक दिन सभी को मुस्लिम बनना होगा, क्योंकि इस्लाम ही अकेला मजहब है। उसका मानना है कि जो मुस्लिम बनने से इनकार करेगा, उसे तालिबानी तरीके सजा दी जाएगी। हबीबुल और नदीम आपस में दोस्त भी हैं। दोनों एक ही टेलीग्राम ग्रुप में जुड़े हुए थे जहाँ इनकी आपस में अक्सर बातें भी हुआ करती थीं। दोनों नूपुर शर्मा की हत्या के मिशन पर एक साथ काम कर रहे थे।

सैफुल्लाह फतेहपुर के मुस्लिम इंटर कॉलेज के परिसर में रहा करता था। उसके अब्बा जफरुल इस्लाम मदरसे में पढ़ाते हैं। ATS की टीम इस बात की तह तक जाने का प्रयास कर रही है कि उसके नेटवर्क में देश में अभी कौन-कौन ऐसे लोग शामिल हैं जो पकड़ से बाहर हैं। दावा किया जा रहा है कि ATS ने कुछ नामों का पता भी लगा लिया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया