रिफा बनीं रिया सागर जबकि महक खानम हो गईं सोनम सक्सेना, बरेली में एक ही दिन में 2 मुस्लिम लड़कियों की घर वापसी: देवताओं को साक्षी मान कर चुने हिन्दू जीवनसाथी

बरेली में हिन्दू धर्म में घर वापसी के बाद मुस्लिम लड़की महक बनीं सोनम (बाएँ) जबकि रिफा हो गईं रिया

उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में 2 मुस्लिम लड़कियों ने घर वापसी कर के हिन्दू धर्म स्वीकार कर लिया है। यहाँ के अगस्त्य मुनि आश्रम में महक खानम वैदिक विधि-विधान से अब सोनम सक्सेना बन गईं हैं। वहीं रिफा अब रिया नाम की लड़की अब रिया सागर नाम से जानी जाएगी। इन दोनों लड़कियों ने अपने-अपने हिन्दू प्रेमियों से विवाह भी कर लिया है। महक और रिफा ने हवन-पूजन किया और हिन्दू देवी-देवताओं के जयकारे लगाए। घर वापसी का यह कार्यक्रम सोमवार (1 जुलाई, 2024) को सम्पन्न हुआ।

घर वापसी करने वाली पहली लड़की रिफा बी हैं। वली हसन की बेटी 22 वर्षीया रिफा मूल रूप से बरेली की ही रहने वाली हैं। रिफा को उनके अब्बा ने कक्षा 8 तक ही पढ़ाया। रिफा के मुताबिक स्कूल आते-जाते उनकी मुलाकात अक्सर राहुल सागर से होती थी। राहुल सागर अनुसूचित जाति (SC वर्ग) से हैं। एक दिन राहुल सागर ने रिफा से अपने प्यार का इजहार किया। रिफा ने भी राहुल के प्रपोजल को कबूल कर लिया। इसके बाद दोनों लोग अक्सर मिलने लगे। कुछ ही दिनों बाद दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया। रिफा ने आगे बताया कि उनके घर वालों को यह रिश्ता मंजूर नहीं था।

रिफा पर पाबंदियाँ कायम कर दी गईं। इधर राहुल सागर लगातार रिफा से शादी के प्रयास में लगे थे। आखिरकार 1 जुलाई को राहुल बरेली के अगस्त्य मुनि आश्रम पहुँचे। रिफा भी जैसे-तैसे वहाँ पहुँचने में सफल रहीं। इस प्रेमी जोड़े ने अपने सभी जरूरी कागजात आश्रम के पुजारी पंडित के के शंखधर को दिखाए। रिफा ने बताया कि उन पर कोई जोर-जबरदस्ती नहीं है। आखिरकार दोनों का विवाह अगत्स्य मुनि आश्रम में सम्पन्न हो गया। विवाह से रिफा ने स्वेच्छा से घर वापसी की। घर वापसी के बाद उनका नाम रिया सागर पड़ा। शादी के बाद खुद को बेहद खुश बताते हुए रिफा अपने पति के घर चली गईं।

मेहक खानम बनीं सोनम सक्सेना

सोमवार (1 जुलाई, 2024) को बरेली के अगस्त्य मुनि आश्रम में मेहक खानम ने भी हिन्दू धर्म में घर वापसी की है। शुद्धिकरण के बाद मेहक खानम का नाम सोनम सक्सेना पड़ा। 22 वर्षीया सोनम ने अपने प्रेमी अंश सक्सेना से आश्रम में वैदिक विधि-विधान से शादी रचाई। मेहक खानम मूल रूप से UP के रामपुर की रहने वाली हैं। उनके अब्बा इरशाद अहमद काम के सिलसिले में बरेली बस गए थे। मेहक सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं। वो इंस्टाग्राम पर रील भी बनाती हैं। इसी के साथ रोजगार के तौर पर मेहक साडी में डिजाइन भी बनाने का काम करती थीं।

मेहक ने बताया कि अंश सक्सेना अक्सर उनके पड़ोस में आया करता था। यहाँ दोनों ने एक दूसरे को देखा और पसंद करने लगे। कुछ दिनों की मुलाकात के बाद मेहक और अंश ने शादी का फैसला किया। मेहक के परिजनों को हिन्दू लड़के से रिश्ता मंजूर नहीं था। मेहक के घर से निकलने आदि पर पाबन्दी लगा दी गई। सोमवार (1 जुलाई) को मेहक अपने प्रेमी के साथ अगत्स्य मुनि आश्रम पहुँची। दोनों ने खुद को बालिग़ बताते हुए अपने कागजात पंडित के के शंखधर को दिए। महक शुद्धिकरण करवा कर सोनम सक्सेना बनीं। विवाह के बाद वो अपने पति के साथ ससुराल चली गईं।

तीन तलाक और हलाला को मानती हैं गलत

घर वापसी करने वाली रिफा बी और मेहक तीन तलाक और हलाला को गलत परम्परा मानती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अब वो हिन्दू देवी-देवताओं की पूजा करेंगी। विवाह के दौरान दोनों लड़कियों ने वैदिक विधि-विधान से हवन-पूजन किया और हिंदू देवताओं के जयकारे लगाए। पंडित के के शंखधर ने दोनों नव दंपतियों को सदा सुखी रहने का आशीर्वाद दिया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया