अग्निपथ के विरोध के दौरान बिहार में पुलिस पर फायरिंग, कई जगह आगजनी: सरकार ने आयुसीमा सहित कई छूट का किया ऐलान

अग्निपथ के विरोध में हिंसा जारी (फोटो साभार: आजतक)

राजनीतिक दलों का साथ मिलने के बाद अग्निपथ योजना के नाम पर भड़की हिंसा बुझने का नाम नहीं ले रही है। बिहार में आज शनिवार (18 जून 2022) को प्रदर्शनकारियों द्वारा पुलिस पर 20-25 राउंड फायरिंग की खबर है। वहीं, पुलिस को अपने बचाव में लगभग 100 राउंड से अधिक गोलियाँ चलानी पड़ी।

वहीं बिहार के साथ-साथ यूपी में भी प्रदर्शनकारियों ने कई जगह आगजनी की घटना को अंजाम दिया है। इसको देखते हुए हरियाणा भी सतर्क हो गया है। तीनों राज्यों के कई इलाकों में अगले कुछ दिनों तक के लिए इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है।

पटना के मसौढ़ी में तारगेना स्‍टेशन के पास प्रदर्शनकारियों ने स्टेशन में तोड़फोड़ की और पार्किंग में खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो उन पर पत्‍थरबाजी और फायरिंग की गई है। जहानाबाद में एक ट्रक में आग लगाने और मुंगेर में BDO की गाड़ी में तोड़फोड़ करने की खबर सामने आई है।

बता दें कि अग्निपथ योजना के विरोध में आज शनिवार को बिहार बंद का ऐलान किया गया है। इस बंद में भाजपा को छोड़कर बिहार के लगभग सभी राजनीतिक दलों ने अपना समर्थन दिया है। प्रदर्शनकारियों को विशेष रूप से RJD का समर्थन हासिल है। इस कारण बिहार में कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।

प्रदर्शन के नाम पर हिंसा कर रहे अराजतक तत्वों द्वारा बिहार के लखीसराय में जनसेवा एक्सप्रेस में आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया था। इस घटना में एक 25 वर्षीय यात्री की मौत हो गई है। वहीं, प्रदर्शनकारियों ने बिहार के उप मुख्यमंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के आवास पर पत्थरबाजी की थी।

वहीं, उत्तर प्रदेश में मिर्जापुर में तोड़फोड़, जौनपुर में आगजनी, चंदौली में रेलवे ट्रैक को जाम करने की खबर है। वहीं, स्थिति को देखते हुए हरियाणा के पलवल और फरीदाबाद सहित कई इलाकों में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। अन्य राज्यों ने भी हिंसा को देखते हुए सतर्कता बढ़ा दी है।

सरकार ने आरक्षण व छूट का किया ऐलान

अग्निपथ भर्ती योजना को लेकर सरकार ने कुछ छूट का ऐलान किया है। हालाँकि, हिंसा को देखते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर आयोजित बैठक में सेना के तीनों अंगों के प्रमुख पहुँचे हैं। थलसेना प्रमुख मनोज पांडे, वायुसेना प्रमुख विवेक राम चौधरी और नौसेना प्रमुख आर हरि कुमार बैठक में भर्ती प्रक्रिया पर चर्चा में शामिल हैं।

इधर गृह मंत्रालय ने घोषणा की है कि अग्निवीरों के लिए CAPFs (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) और असम राइफल्स में 10% आरक्षण दिया जाएगा। इसके साथ ही इन दोनों बलों की भर्ती प्रक्रिया में अग्निवीरों को ऊपरी आयु सीमा में 3 वर्ष की छूट दी गई। इस तरह यह आयु सीमा बढ़कर 24 वर्ष हो गई है।

इसके अलावा, अग्निपथ के पहले बैच की भर्ती में अधिकतम आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट दी गई है। अग्निपथ के लिए आयु सीमा 17.5 से 21 वर्ष निर्धारित की गई है। वहीं, पहले बैच में 5 वर्ष की छूट देने के साथ ही अधिकतम आयु सीमा 26 वर्ष हो गई है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऐलान किया है कि अग्निवीरों को रिटायर्डमेंट के बाद सस्ता लोन दिया जाएगा और सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता दी जाएगी। सरकार ने उन्हें मंत्रालयों, केंद्रीय बलों, सरकारी कंपनियों, राज्यों की पुलिस सेवा में भी वरीयता देने की बात कही है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया