AIIMS में 14 दिन से लगातार लोगों की सेवा में लगे डॉक्टर का भावुक करने वाला यह वीडियो हम सबके लिए है

14 दिन से लगातार ड्यूटी पर हैं एम्स के डॉक्टर संजय कुमार

पूरे देशभर में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कल शाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आखिरकार 21 दिन के लिए पूरे देशभर में पूर्ण लॉकडाउन का ऐलान कर ही दिया। लेकिन इसके बावजूद भी कुछ स्थानों से लोग इस लॉकडाउन की गंभीरता को नजरअंदाज करते हुए अपने मनोरंजन के लिए सड़कों पर देखे जा रहे हैं। ऐसे में सोशल मीडिया पर एम्स अस्पताल के एक डॉक्टर का बेहद भावुक करने वाला सन्देश सामने आया है।

एम्स अस्पताल के एक डॉक्टर संजय कुमार का यह वीडियो आज तक न्यूज़ चैनल के पत्रकार रोहित सरदाना ने ट्वीट किया है। वीडियो में डॉक्टर कह रहे हैं- “मैं घर नहीं गया। पंद्रह दिन पहले शादी की सालगिरह थी तो उस समय दो दिन के लिए घर जाने का मौका मिला। मेरी घर पर एक बेटी है, उसे नहीं देख पा रहा हूँ।”

डॉक्टर संजय कुमार भावुक होकर आगे कहते हैं- “कृपया घर पर रहिए, बाहर मत निकलिए। इस बिमारी को फैलने से कृपया रोकिए, देश पर बड़ी समस्या आ सकती है।”

https://twitter.com/sardanarohit/status/1242695902273212416?ref_src=twsrc%5Etfw

दरअसल, डॉक्टर संजय कुमार उन सैकड़ों-हजारों लोगों में से एक हैं, जो कोरोना के संकट के दौरान भी अपने कर्तव्य पथ पर डटकर हम लोगों की सहायता में खड़े हैं। एक ओर, कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण घोषित किए गए 21 दिन के इस लॉकडाउन को जहाँ कुछ लोग अपने घर और परिवार के साथ बिताने का अवसर समझ रहे हैं, उसी समय दूसरी ओर कई डॉक्टर, सफाई कर्मी, अधिकारी आदि निरंतर और तत्परता से कोरोना के खिलाफ संघर्षरत हैं और 24 घंटे से भी ज्यादा अवधि तक काम कर रहे हैं।

रोहित सरदाना ने इस वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा है – “डॉक्टर संजय दो महीने की अपनी बच्ची को देख नहीं पा रहे, ताकि आप-हम अपने बच्चों को देख पाएँ! कम से कम इन बातों को सुनिए, समझिए, घर पर रहिए, सुरक्षित रहिए। #GharBaithoZindaRaho”

उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते हुए खतरे को देखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे भारत में लॉकडाउन का ऐलान किया है। पीएम मोदी ने देश में 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान किया है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने कोरोना की गंभीरता के प्रति देशवासियों को चेतावनी देते हुए कहा कि 21 दिन नहीं संभले, तो देश 21 साल पीछे चला जाएगा।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया