अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) की एक छात्रा ने अलीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के समक्ष एक छात्र के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में कहा गया है कि छात्र ने यूनिवर्सिटी में उसे परेशान करने की धमकी दी है।
13 जुलाई, 2020 को अपनी शिकायत में, छात्रा ने कहा कि 9 जुलाई को, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के रहबर दानिश नाम के एक छात्र ने सोशल मीडिया पर उसके खिलाफ “असभ्य भाषा” का इस्तेमाल किया था। छात्रा ने अपनी शिकायत में कहा है कि उसे अभी भी अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए दो साल तक यूनिवर्सिटी में रहना है। उसने कहा कि वह डर गई है कि विश्वविद्यालय फिर से खुलने के बाद दानिश उसे परेशान करेगा।
दरअसल छात्रा ने अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा था कि कैसे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्याल के हॉस्टल में रहने वाली लड़कियों को खुद को ढँकने के लिए मजबूर किया जाता है और महिलाओं को उनके कपड़ों के आधार पर कैसे ऑब्जेक्टिफाइड किया जाता है। छात्रा के इस पोस्ट के बाद दानिश और उसके बाकी साथी उस पर हमलावर हो गए और अपमानक और भद्दी भद्दी-भद्दी गालियाँ देने लगे। जिसका छात्रा ने स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए शिकायत दर्ज कराई है।
उसने लिखा कि उसके पोस्ट के बाद एएमयू के मुस्लिम छात्रों द्वारा लागातार हमला किया जा रहा था। उसके पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए छात्रों ने उसे धमकी दी थी कि जब लॉकडाउन के बाद फिर से विश्वविद्यालय खुलेगा, तो उसे “पीतल से बना हिजाब” पहनने के लिए मजबूर किया जाएगा।
उसका यह कहकर मज़ाक उड़ाया कि छात्रावास में उसे नग्न घूमने से नहीं रोका जा सकता।
“ये संघी कॉलेज नहीं है दीदी” कहकर मजाक उड़ाया गया।
शिकायत में कहा गया है कि छात्रा को तभी से लगातार निशाना बनाया जा रहा है, जब से CAA, NRC बिल पास हुआ है। चूँकि छात्रा ने इस बिल का समर्थन किया था, इसलिए ये लोग लगातार उस पर हमलावर हैं। उसने कहा कि उस समय भी, उसे कई अपमानजनक संदेश मिले थे।
शिकायतकर्ता ने अलीगढ़ पुलिस से उत्पीड़न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया। उसने अलीगढ़ पुलिस से मामले में प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध किया है।
छात्रा ने ऑपइंडिया से बात करते हुए कहा कि उसे उस समय भी निशाना बनाया गया था जब उसने नागरिकता संशोधन विधेयक (अब एक अधिनियम) और NRC के पक्ष में बात की थी, लेकिन उसने तब शिकायत दर्ज करने पर विचार नहीं किया था। मगर अब उसे फिर से निशाना बनाया गया है। इस बार उसने मामले में पुलिस से संपर्क करने का फैसला किया।
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र इस तरह की अपमानजनक टिप्पणी करते या अन्य छात्रों को धमकाते हुए पकड़े गए हैं।
8 मई को, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुछ इस्लामिक चरमपंथी और हिंदूफोब्स ने कुछ हिंदू छात्रों के सोशल मीडिया पोस्ट का स्क्रीनशॉट लेकर धमकी भरे मैसेज पोस्ट करके उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी।
उसी महीने, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के दो छात्रों शेख अरफात और शाकिब रसूल भट के खिलाफ उत्तर प्रदेश के अतरौली पुलिस स्टेशन में फेसबुक पर भारत विरोधी पोस्ट शेयर करने का मामला दर्ज किया गया था। इन दोनों छात्रों ने पाकिस्तान को ‘अपना देश’ बताते हुए, कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा बनने की कामना की थी।