नूर-ए-इलाही में सौरभ के प्राइवेट पार्ट के पास गोली मारकर भागे इमरान और उसका दोस्त, ऑफ ड्यूटी ASI की बहादुरी से धरे गए

हिंदूवादी नेता की हत्या (प्रतीकात्मक तस्वीर)

उत्तरपूर्वी दिल्ली के दंगा प्रभावित इलाके नूर-ए-इलाही, यमुना विहार में बुधवार (मार्च 18, 2020) की रात लूटपाट की वारदात सामने आई। यहाँ विशेष समुदाय के दो युवकों ने बन्दूक की नोंक पर एक हिंदू युवक से उसका सामान छीना और उसे गोली मारी। लेकिन, ऑफ ड्यूटी एएसआई रविन्द्र की बहादुरी से दोनों को धड़ पकड़ा गया। दोनों आरोपितों की पहचान इमरान उर्फ मॉडल और इमरान के रूप में हुई।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, डीसीपी ऑफिस में कार्यरत एएसआई रविंद्र बुधवार की रात करीब 7 बजे अपने भतीजे से मिलने गए थे। मगर वापसी के दौरान उन्होंने तीन लोगों के बीच आपसी झड़प होती देखी। इनमें से एक ने इसी बीच 2 राउंड गोली फायर कर दी और फिर भागना शुरू कर दिया।

मगर, पुलिस अधिकारी ने पीड़ित की हालत देखकर उन चोरों का पीछा किया और उनमें से एक को पकड़ा लिया। इसके बाद पीड़ित ने भी चोर के साथी का पीछा किया और उसे भी पकड़ लिया गया। इस वारदात में पीड़ित के प्राइवेट पार्ट के पास गोली लगी।

एएसआई रविंद्र बताते हैं कि जब वे नूर-ए-इलाही करीब 8:25 pm पर पहुँचे। तो उन्होंने तीनों को हाथापाई करते देखा। पीड़ित मदद की गुहार के लिए चिल्ला रहा था। जब उन्होंने उससे पूछा तो उसने बताया कि दोनों लोगों ने उससे उसका मोबाइल छीन लिया है। बस फिर क्या… ऑफ ड्यूटी एएसआई ने इतना सुनते ही वहाँ अपनी मोटरसाइकल छोड़ी और पिस्टल वाले युवक के पीछे भागे। आरोपित एक रेस्ट्रां की ओर भाग रहा था। लेकिन पुलिस अधिकारी ने उसे पकड़ लिया और उससे उसकी पिस्टल छीनी।

इसके बाद वहाँ भीड़ इकट्ठा हुई और आरोपित को पीटा गया। पीड़ित सौरभ गुप्ता ने भी इस बीच दूसरे चोर को पकड़ लिया और बाद में दोनों को भजनपुरा थाने सौंपा गया। बाद में सौरभ गुप्ता को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल के लिए भर्ती कराया गया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया