30 साल पहले ही खत्म हो गया होता अतीक अहमद का आतंक: पूर्व DGP ने बताया वो किस्सा जब राजनीतिक दबाव में पड़ा छोड़ना

पूर्व डीजीपी ने बताया अतीक से जुड़ा 90 का किस्सा

उमेशपाल हत्याकांड के बाद लगातार अतीक अहमद के ऊपर और उसके करीबियों के ऊपर शिकंजा कसता जा रहा है। उसके खिलाफ दायर पुराने केसों से लेकर हर अवैध संपत्ति पर कार्रवाई हो रही है। ऐसे माहौल में यूपी के पूर्व डीजीपी ओपी सिंह का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में दावा किया है कि अतीक अहमद का आतंक 1990 में ही खत्म हो जाता अगर उनके ऊपर राजनैतिक दबाव नहीं होता।

इंडिया टुडे से बातचीत में उन्होंने बताया कि उस वक्त (1989-90) उनकी इलाहाबाद में तैनाती थी। उन लोगों ने एक एफआईआर के बाद उसके घर पर रेड मारी थी। मगर तब अतीक के समर्थकों ने उनकी टीम को घेर लिया और गोली मारने को तैयार हो गए। पूर्व डीजीपी की मानें तो उस समय पूरी टीम को गोली मार दी जाती अगर वो ये नहीं कहते कि एक भी गोली चली तो अतीक और उसके सारे समर्थक मार दिए जाएँगे।

पूर्व डीजीपी ओपी सिंह के अनुसार, पुलिस के आला अधिकारी अतीक को उसी समय वहीं गिरफ्तार करना चाहते थे। मगर उनके ऊपर राजनैतिक दबाव डाला गया और बिन गिरफ्तारी उन्हें वहाँ से लौटना पड़ा। उनके अनुसार, अगर उस दिन अतीक गिरफ्तार होता या उसका एनकाउंटर होता तो आज ये सब नहीं हो रहा होता। उन्होंने ये भी कहा कि उनकी टीम की बहादुरी को भाजपा और इलाहाबाद के अन्य लोगों द्वारा खूब सराहा गया। मगर तत्कालीन सत्ताधारी पार्टी उस माफिया का समर्थन करती थी। वही माफिया आगे आगे खूँखार गैंगस्टर बन गया।

सीएम योगी ने किया- माफियाओं को मिट्टी में मिलाने का ऐलान

बता दें कि साल 1989 की शुरुआत में कॉन्ग्रेस के नारायण दत्त तिवारी और दिसंबर 1989 के बाद से जून 1991 तक मुलायम सिंह यादव प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। इसी दौरान यूपी पुलिस ने अतीक के घर रेड मारी थी।

करीबन 30 साल बाद इस मामले पर पूर्व डीजीपी का बयान आया है कि 90 के दौर में अतीक की गिरफ्तारी हो जाती अगर उनके ऊपर राजनैतिक दबाव न होता। हालाँकि अब हालात अलग हैं। उमेश पाल हत्याकांड के बाद खुद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधानसभा में ये ऐलान कर चुके हैं कि वो प्रदेश के हर माफिया को मिट्टी में मिला देंगे।

उन्होंने अपनी बात रखने के दौरान अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा था। उन्होंने कहा था, “आप सारे अपराधियों को पालेंगे। उनका माल्यार्पण करेंगे और उसके बाद तमाशा बनाते हैं आप लोग। एक तरफ अपराधियों को प्रश्रय देंगे और दूसरी तरफ दोषारोपण करेंगे।”

इस पर अखिलेश ने कहा कि उनसे कहा था, “आप बताइए, बीएसपी से आपकी दोस्ती है। इसलिए आप उसके खिलाफ नहीं बोल रहे हैं।” जवाब में सीएम योगी ने कहा था कि जिस अतीक अहमद के खिलाफ राजू पाल के परिवार ने केस दर्ज कराया, वह सपा का पोषित अपराधी है। उसको मिट्टी में मिला देंगे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया