नासेर ने बांग्लादेशी युवती के हाथ-पाँव बांध गर्दन रेता, फिर चेहरे को जलाकर मिटाई पहचान: बंगाल के खेत में खून से लथपथ मिली लाश

मृतक के चेहरे को जला दिया गया (फोटो साभार : X_amitmalviya)

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में एक बांग्लादेशी महिला की हत्या का मामला सामने आया है। महिला का शव मंगलवार (26 सितंबर 2023) को स्वर्णपुर के गोबिंदपुर इलाके के फील्ड में पड़ा मिला। बताया जा रहा है कि महिला के हाथों को रस्सी से बाँध दिया गया था। उसकी गर्दन को चाकू से कर मौत के घाट उतारा गया था।

अपराधियों ने उसकी पहचान को छिपाने के लिए चेहरे को भी जला दिया था। इस मामले में पुलिस ने उसने प्रेमी नासेर मिल्स को गिरफ्तार किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मृतक महिला का नाम सोमैया अख्तर है। वह मूल रूप से बांग्लादेश के ढाका की रहने वाली थी और मुंबई में एक ब्यूटी पार्लर में काम करती थी।

स्थानीय लोग जब उस जगह पर फूल तोड़ने के लिए गए तो उन्हें महिला का शव मिला। महिला के शव मिलने का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उसके चेहरे के हिस्से को जला दिया गया है। उसके दोनों हाथों के घुटने से नीचे से एक लकड़ी के सहारे बाँध दिया गया था। वहीं, चेहरे पर कपड़े डालकर आग लगा दी गई थी। जमीन पर चारों तरफ खून फैला हुआ था।

घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुँची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस घटना से इलाके में दहशत फैल गई है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने मामले की जाँच शुरू की और आरोपी नासेर मिल्स को गिरफ्तार कर लिया है।

बीजेपी प्रवक्ता अमित मालवीय ने इस घटना को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। मालवीय ने ट्वीट कर कहा, “यह पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति है। उत्तर 24-परगना में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास एक बाग से एक युवती का शव मिला है, जिसकी गर्दन काट दी गई है और चेहरा जलने की वजह से पहचान में नहीं आ रहा है।”

मालवीय ने आगे कहा, “इस मामले में ममता बनर्जी एक शब्द नहीं बोलेंगी। यह कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी अगर तृणमूल कॉन्गेस द्वारा संरक्षित अपराधी महिला तस्करी में शामिल हों और इस कुकृत्य के पीछे हों। इसका मतलब ये है कि शायद इस हत्याकांड को भी दबा दिया जाए।”

मालवीय ने यह भी सवाल उठाया कि कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी इस मामले पर क्या कहेंगे। मालवीय ने कहा, “राहुल गाँधी, जो राजनीतिक रूप से सुविधाजनक होने पर मगरमच्छ के आँसू बहाने में तेज हैं, क्या वे ममता बनर्जी को पश्चिम बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा में विफल रहने के लिए फटकारेंगे? या I.N.D.I Alliance की मजबूरी आड़े आएगी?”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया