दरभंगा में धमाके की जगह से मिले सुतली लपेटे बम, केन बम की प्लेट; नजीर के बच्चों के बयान भी बेमेल: रिपोर्ट्स

दरभंगा में धमाके को लेकर स्थिति अब भी स्पष्ट नहीं

बिहार के दरभंगा जिले में शुक्रवार (जून 5, 2020) को हुए धमाके को लेकर स्थिति पूरी तरह अब भी स्पष्ट नहीं है। पुलिस जिसे प्रथम दृष्टया पटाखा बनाने के दौरान हुआ विस्फोट बता रही है, उसको लेकर आज के अखबारों में प्रकाशित रिपोर्ट में कई तरह के दावे किए जा रहे हैं।

दैनिक जागरण की रिपोर्ट बताती है कि घटनास्थल के आसपास से सुतली लपेटे कई बम और केन बम में इस्तेमाल की जाने वाली प्लेटें भी मिली है। इसमें बताया गया है कि इसके अंदर से बारूद की गंध वाला धुआँ निकल रहा था। नगर एसपी ने बताया कि नजीर के घर से पटाखा बनाने के कई सामान मिले हैं। वह बिना लाइसेंस के दिवाली और छठ में पटाखे बेचता था।

साभार: दैनिक जागरण

हिन्दुस्तान ने भी अपनी रिपोर्ट में बताया है कि नजीर के घर में वर्षों से अवैध रूप से पटाखे बनाने का काम चलता था। स्थानीय लोगों के हवाले से बताया है कि वर्षों से मुहल्ला बारूद की ढेर पर बैठा था। विस्फोट इतना तेज था कि लोगों को समझ में ही नहीं आया कि आखिर हुआ क्या है? कुछ ने जलजला आने की बात कही तो कुछ ने धरती फटने की।

हिन्दुस्तान में प्रकाशित रिपोर्ट

हिन्दुस्तान के अनुसार लोगों ने पुलिस के कामकाज पर भी सवाल उठाए। लोगों का कहना था कि अगर पुलिस सही तरीके से छानबीन करे तो शहर में कई अन्य जगहों पर अवैध रूप से पटाखे बनाने के कारोबार की बात सामने आ सकती है।

साथ ही बताया जा रहा है कि घटना में घायल नजीर के बच्चों का बयान घटना से मेल नहीं खा रहा है। बच्चे को जख्मी हालत में अस्पताल ले जाया गया तो उसने सिलिंडर फटने से जख्मी होने की बात पुलिस को बताई। वहीं बाद में इलाज के लिए पहुँचाई गई युवती ने पुलिस को बताया कि वह फ्रिज में विस्फोट होने की वजह से घायल हो गई। 

फ्रिज फटने से जख्मी होने की बात दैनिक भास्कर में भी रिपोर्ट की गई है।

साभार: दैनिक भास्कर

प्रभात खबर ने भी अपनी रिपोर्ट स्थानीय लोगों के हवाले से बताया कि नजीर की गतिविधि पहले से ही संदिग्ध थी।

प्रभात खबर में प्रकाशित खबर

ऑपइंडिया को भी कुछ चश्मदीदों ने बताया था कि मोहम्मद नजीर काफी समय से पटाखा बनाने का कारोबार घर में ही कर रहा था। यदि पटाखे की ही बात सही है कि तो इस बात का जवाब मिलना चाहिए कि घनी आबादी वाले इलाके में यह धंधा कैसे चल रहा था? क्या प्रशासन को इसकी खबर नहीं थी और अगर थी तो फिर उन्होंने इसे बंद करवाने की दिशा में कोई कदम क्यों नहीं उठाया?

दूसरा सवाल मीडिया रिपोर्टों से खड़ा होता है। वह यह है कि क्या पटाखे की आड़ में मोहम्मद नजीर घर में बम बना रहा था? फिलहाल पुलिस इस बात की जाँच में जुटी है। उम्मीद की जानी चाहिए कि दरभंगा पुलिस इन सवालों के जवाब जल्द ही तलाश लेगी। मामले में पुलिस ने नजीर, उसकी पत्नी हसीना बेगम और दो बेटों गुलाब नदाफ एवं फूल बाबू को गिरफ्तार किया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया