मिला दूसरा वीडियो, नहा रही छात्रा का बाथरूम के नीचे से बनाया: चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी MMS कांड में पुलिस अब खोज रही चौथे संदिग्ध को

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी वीडियो लीक मामले में पुलिस को चौथे संदिग्ध की तलाश

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के वीडियो लीक मामले में पीड़िता के वकील का दावा है कि पुलिस को मिले दोनों वीडियो लड़की नहीं बल्कि लड़के के मोबाइल से बरामद हुए हैं। दूसरी वीडियो एक छात्रा के नहाने के दौरान बनी है, जिसे बाथरूम के नीचे से बनाने का दावा किया जा रहा है। 3 आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस को इस पूरे घटनाक्रम में चौथे संदिग्ध की भी तलाश है। लड़की द्वारा अपने बनाए पहले वीडियो को अपने दोस्त के पास भेजना पुलिस के मुताबिक अपराध नहीं है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक गिरफ्तार हुई लड़की ने पुलिस के आगे स्वीकार कर लिया है कि उसने यूनिवर्सिटी की 8 लड़कियों की आपत्तिजनक वीडियो बना कर उसे अपने दोस्त सन्नी को भेजा था। लड़की ने आगे बताया है कि अपने दोस्त को वीडियो भेजने के बाद उसने अपने फोन से वीडियो डिलीट कर दिया था। हालाँकि वो वीडियो किसी और लड़की के मोबाइल फोन में कैसे आ गई, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मामले की जाँच के लिए गठित SIT की सदस्या रुपिंदर कौर भट्टी ने बताया कि जाँच दल को फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतज़ार है। उनके मुताबिक तब तक किसी भी वीडियो को सही या गलत कहना उचित नहीं होगा। रुपिंदर कौर भट्टी ने यह भी बताया कि पूछताछ के दौरान गिरफ्तार लड़की ने अपने वीडियो बना कर अपने दोस्त सन्नी को भेजने की बात स्वीकार की है। उन्होंने ये भी बताया कि दूसरा आरोपित रंकज भी फोन करके लड़की से वो फोटो और वीडियो माँग रहा था।

वहीं चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी प्रशासन के अधिकारी प्रभदीप सिंह ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और पुलिस जाँच की प्रतीक्षा करने की अपील की है। उन्होंने बताया कि इस मामले में कोई भी विदेशी एंगल नहीं है। हालाँकि यूनिवर्सिटी की कई छात्राओं ने खुद को डरी-सहमी बताते हुए इस बात पर भी हैरानी जताई है कि अन्य लड़कियों के वीडियो बनने की घटना से पुलिस इनकार क्यों कर रही है।

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी MMS मामले में कौन है चौथा संदिग्ध?

इस मामले की जाँच कर रही SIT टीम में शामिल SSP चंडीगढ़ के मुताबिक लड़की द्वारा अपने दोस्त को भेजे गए वीडियो अपराध नहीं माने जाएँगे, जब तक उन्हें सार्वजानिक नहीं किया जाए। वहीं सामने आए दूसरे वीडियो में लड़की का चेहरा साफ़ नहीं दिख रहा है।

पुलिस के मुताबिक दूसरे वीडियो में दिख रही लड़की गिरफ्तार लड़की से अलग है। इस तरह से अब पुलिस को चौथे संदिग्ध की तलाश है। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार लड़की के मोबाइल से कुछ वीडियो भी डिलीट हुए हैं। इन डिलीट किए वीडियो की फॉरेंसिक जाँच चल रही है।

एक रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि पुलिस टीम ने अब तक 23 फुटेज बरामद कर लिए हैं। इसमें हॉस्टल के CCTV क्लिप्स भी शामिल हैं। पुलिस डाटा बरामद करने के लिए आरोपितों को शिमला ले जाने की तैयारी कर रही है।

पुलिस को यह भी शक है कि पकड़े गए दोनों आरोपित छात्र लड़कियों के वीडियो को ऑनलाइन बेचते थे। हालाँकि इस मामले में पुलिस अभी पड़ताल कर रही है। अब तक हुई पूछताछ में ये भी सामने आया है कि दोनों आरोपित छात्र लड़कियों के वीडियो मँगा कर किसी और डिवाइस में जमा कर रहे थे।

पुलिस को शक है कि ऐसा पैसे कमाने के लिए किया जा रहा था। दोनों आरोपितों का 10 दिनों के लिए कस्टडी रिमांड माँगने के दौरान पुलिस ने कोर्ट में वीडियो को ऑनलाइन बेचने वाली आशंका जताई थी। हालाँकि पुलिस को 7 दिनों का रिमांड मिल पाया।

डर में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की छात्राएँ

इस मामले के सामने आने के बाद यूनिवर्सिटी की अन्य लड़कियों को डरा और सहमा हुआ बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि उन्हें डर है कि वो वीडियो कहीं इंटरनेट पर न अपलोड कर दिए जाएँ। कई छात्राओं का ये भी दावा है कि घटना के बाद हॉस्टल की वॉर्डन ने उनके फोन जब्त कर लिए थे।

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की ही एक छात्रा ने बताया कि जब भी वो वाशरूम जाती हैं तो लगता है कि उनकी वीडियो बनाई जा रही है। छात्रा ने आगे बताया कि अब वो वाशरूम जाते या कपड़े बदलते हुए काफी असहज महसूस करती हैं और सोचती हैं कि अगर कोई उनकी वीडियो बना ले तो क्या होगा।

एक अन्य बीटेक छात्रा के मुताबिक कल जब वो नहाने गईं तो उन्होंने बत्तियॉँ बुझा लीं, जिससे कोई उनकी वीडियो न बना पाए। इसी के साथ छात्रा ने यह भी बताया कि वॉशरूम के दरवाजे फर्श तक नहीं पहुँचते, इसलिए और डर लगा रहता है कि कोई कैमरा नीचे से न आ जाए।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया