छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में अपने छात्रों को ब्रह्मा-विष्णु-महेश में विश्वास ना करने और हिन्दू धर्म ना मानने की कसम दिलाने वाला हेडमास्टर गिरफ्तार कर लिया गया है। नाबालिगों का धर्मांतरण कराने वाले इस हेडमास्टर को शिक्षा विभाग द्वारा निलंबित भी कर दिया गया है। उसके इस कृत्य का वीडियो भी वायरल हुआ है।
जानकारी के अनुसार, बिलासपुर के रतनपुर थाना क्षेत्र में एक शासकीय विद्यालय (मतलब सरकारी स्कूल) में हेडमास्टर रतनलाल सरोवर ने यहाँ पढ़ने वाले बच्चों को हिन्दू धर्म के खिलाफ कसम दिलवाई। यह कसम राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन दिलवाई गई। हिन्दू धर्म के खिलाफ कसम दिलवा कर उन्हें बौद्ध मत में धर्मान्तरित किया गया।
इस दौरान हेडमास्टर रतनलाल सरोवर ने बच्चों को ब्रह्मा-विष्णु-महेश को भगवान ना मानने की कसम दिलाई और प्राण प्रतिष्ठा के खिलाफ भी बातें कहीं। सरोवर ने भगवान राम और कृष्ण समेत हिन्दू धर्म के किसी भी देवता में विश्वास ना रखने को लेकर इन्हें कसम दिलवाई और यह भी कहा कि वह लोग यह ना मानें कि कोई भी देवता अवतार थे।
वीडियो में दिखता है कि सरोवर ने हिन्दू धर्म के रीति रिवाजों के खिलाफ लोगों को भड़काया और बौद्ध धर्म की आलोचना ना करने को लेकर उन्हें शपथ दिलवाई। रतनलाल सरोवर जिन बच्चों को शपथ दिलवा रहे हैं, वह सभी नाबालिग हैं। शपथ लेने वालों में कुछ वयस्क भी दिखते हैं। यह जानकारी सामने आई है कि यह पूरा कार्यक्रम तब आयोजित किया गया, जब 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो रही थी।
यह पूरा कार्यक्रम सरकारी स्कूल में ही आयोजित किया गया। रतनलाल सरोवर का हिन्दू धर्म के खिलाफ शपथ दिलाने और बौद्ध धर्म में धर्मान्तरित करने का यह वीडियो वायरल होने के बाद हिन्दू संगठन भड़क गए और उसके खिलाफ कार्रवाई की माँग की। उन्होंने रतनलाल सरोवर का पुतला भी फूँका।
लोगों के गुस्से के देखते हुए सरकारी शिक्षक रतनलाल सरोवर को शिक्षा विभाग ने निलंबित कर दिया है। उसके खिलाफ वीडियो वायरल होने के बाद मामला भी दर्ज कर लिया गया है और उसे छत्तीसगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है। पुलिस ने उसके खिलाफ धार्मिक भावनाएँ आहत करने का मामला दर्ज किया है।