4.1 दिन में ही दोगुनी हो गई कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या, तबलीगी जमात नहीं होता तो लगते 7.4 दिन

तबलीगी जमात कार्यक्रम भारत में कोरोना हॉटस्पॉट बना (इमेज साभार: पीटीआई)

कोरोना महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई को दिल्ली में हुए तबलीगी जमात के कार्यक्रम ने किस हद तक नुकसान पहुँचाया है, इसको समझने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा की गई प्रेस कॉन्फ्रेन्स के आँकड़ों को देखिए। स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव लव अग्रवाल ने रविवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेन्स में बताया कि इस समय प्रत्येक 4.1 दिन में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या दोगुनी हुई। लेकिन यदि तबलीगी जमात का कार्यक्रम न होता तो कोरोना संक्रमित मामलों की संख्या 7.4 दिन में दोगुनी होती।

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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार लव अग्रवाल ने बताया कि कल से आज तक 472 नए मामले सामने आए हैं, जिससे देश में कोरोना संक्रमित कुल मामलों की संख्या अब 3374 तक पहुँच चुकी है। अग्रवाल ने यह भी बताया कि अब तक देश के 274 जिलों से कोरोना संक्रमण के केसेस आ चुके हैं। जबकि भारत में अब तक कोरोना के कारण मरने वालों की संख्या 79 हो चुकी है, जिसमें से 11 शनिवार और रविवार को मिलाकर हुई हैं। साथ ही यह भी जानकारी दी कि देश में कोरोना से ठीक होने वाले व्यक्तियों की संख्या 267 है।

स्वास्थ्य सचिव ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी जानकारी दी कि कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ तैयारियों पर आज रविवार को कैबिनेट सचिव राजीव गाबा ने कई जिलों के डीएम, सीएमओ, एसपी के साथ-साथ, राज्यों के प्रमुख सचिवों और स्वास्थ्य सचिवों आदि के साथ मीटिंग की। स्वास्थ्य मंत्रालय के डेटा के अनुसार कोरोना के कारण अब तक सबसे ज्यादा 24 मौतें महाराष्ट्र में हुई हैं।

यहाँ बताना उचित रहेगा कि देश में कोरोना हॉटस्पॉट बन कर उभरे निजामुद्दीन मरकज पर अब केंद्र सरकार ने आँखें टेढ़ी कर दी हैं। जाँच एजेंसियों ने देश को कोरोना संकट में डालने वाले रुढ़िवादी इस्लामी संगठन तबलीगी जमात के फंडिंग के स्रोत की जाँच शुरू कर दी है। जमात से फंडिंग के स्रोत और विदेशियों की डिटेल माँगी है। जमात ने पिछले तीन सालों में कितना टैक्स भरा है, उसके बैंक खातों में कहाँ-कहाँ से कितने पैसे आए हैं, इन सब डिटेल्स के साथ पैन नंबर का विवरण भी माँगा गया है। इसके अलावा मरकज प्रमुख मौलाना साद और 6 अन्य सदस्यों से उन विदेशियों और भारतीय जमातियों की लिस्ट भी माँगी गई है, जिन्होंने 12 मार्च के बाद मरकज में शिरकत की थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया