निजामुद्दीन में कोरोना से दुकानदार की मौत: यहीं से सामान खरीदते थे मरकज के जमाती, अब हजारों संकट में, इलाके में दहशत का माहौल

डॉक्टरों के साथ बदतमीजी कर रहे जमाती के सदस्य (फाइल फोटो)

कोरोना वायरस का असर तेजी से देश भर में बढ़ता जा रहा है। अब तक कोरोना वायरस के चलते 2000 से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं 56 लोग इस वायरस के चलते अपनी जान गँवा चुके हैं। राजधानी दिल्ली में भी निजामुद्दीन स्थित मरकज की वजह से लगातार कोरोना के पॉजिटिव केस बढ़ते जा रहे हैं।

इस बीच निजामुद्दीन इलाके से 74 साल के एक दुकानदार की मौत की खबर आई। दरअसल, बुजुर्ग की मौत सोमवार को ही मरकज के पास वाली गली में हो गई थी। अब उसकी जाँच रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें मृतक के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई और साथ ही कहा गया कि उसकी मौत इसी जानलेवा वायरस की वजह से हुई। इस दुकानदार की मौत इसलिए ज्यादा अहम है क्योंकि इसी दुकान से जमात के कई लोग सामान खरीदते थे।

इस खुलासे ने खतरे की एक और घंटी बजा दी है। इस खबर के बाद अब पूरी निजामुद्दीन बस्ती में कोरोना का खतरा बढ़ गया है, क्योंकि इस बुजुर्ग की मरकज के पास दुकान थी और दुकान पर जमात के लोगों के साथ ही बस्ती के लोग भी काफी संख्या में सामान लेने के लिए आते थे। अब पूरी बस्ती में लोगों की संक्रमण की जाँच की जाएगी। बुजुर्ग की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद बस्ती में हड़कंप मच गया। इसे दिल्ली में दुकानदार की पहली मौत बताया जा रहा है। 

बुजुर्ग मरकज से करीब 50 मीटर दूर स्थित घर में अपने परिवार के साथ रहते थे। उनकी यहीं पर दुकान थी जिसमें वह खुद बैठते थे। मृतक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद से अब पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। दरअसल, दुकान चलाने के कारण बुजुर्ग के संपर्क में रोजाना सैकड़ों लोग आते रहे होंगे। सामान लेते होंगे, नोट व सिक्कों का आदान-प्रदान होता होगा। बुजुर्ग के पास मरकज के जमाती भी सामान लेने आते थे। बुजुर्ग खुद भी मरकज के अंदर सामान देने जाते थे। 

अब पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के सामने सबसे बड़ी चुनौती उन सभी लोगों को ट्रेस करने की है जो यहाँ आते-जाते थे। अब इस कॉलोनी के आसपास हजारों लोगों में कोरोना संक्रमण फैल जाने का खतरा पैदा हो गया है। पुलिस के मुताबिक अब दुकानदार के पूरे परिवार के सदस्यों की जाँच कराई जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम को निर्देश दिए गए हैं।

बता दें कि निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात में शामिल हुए कोरोना संदिग्ध राजधानी समेत पूरे देश के लिए परेशानी का कारण बने हुए हैं। गाजियाबाद में जमातियों के दुर्व्यवहार के बाद अब दिल्ली के कई अस्पतालों के डॉक्टरों ने शिकायत की है कि जमात के लोग जाँच और इलाज कराने को तैयार नहीं हैं। यहाँ तक कि ये लोग डॉक्टरों को धमकियाँ तक दे रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि वे बिल्कुल स्वस्थ हैं और इनको इलाज या भर्ती करने की जरूरत नहीं है।

दिल्ली के कई अस्पतालों ने दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग को तबलीगी जमातियों द्वारा किए जा रहे व्यवहार के विषय में जानकारी दी। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने पत्र लिखकर अस्पतालों और क्वारंटाइन केंद्रों की सुरक्षा बढ़ाने का दिल्ली पुलिस से आग्रह किया। सरकार के आग्रह के बाद अस्पतलाओं और क्वारंटाइन केंद्रों में अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात किया गया है। स्वास्थ्य विभाग के सचिव ने स्पष्ट रूप से दिल्ली पुलिस को लिखा था कि तबलीगी जमात के लोग डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ बदसलूकी कर रहे हैं और साथ ही उन पर थूक भी रहे हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया