ED ने की संदेशखाली में छापेमारी, शाहजहाँ शेख की कब्जाई जमीनों को लेकर कार्रवाई: अभी CBI की गिरफ्त में है TMC का पूर्व नेता

शाहजहाँ शेख के ठिकानों पर ED छापेमारी कर रही (चित्र साभार: NDTV & Jansatta)

केन्द्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पूर्व TMC नेता शेख शाहजहाँ के संदेशखाली और धामखाली स्थित ठिकानों पर छापेमारी की है। यह छापेमारी आज (14 मार्च, 2024) की सुबह से चालू है। ED की टीम यहाँ केन्द्रीय सुरक्षा बलों के साथ पहुँची है।

जानकारी के अनुसार, ED ने शाहजहाँ शेख के 4 ठिकानों पर छापेमारी है, इसमें एक ईंट भट्ठा भी शामिल है। ED की टीम इस बार पूरे दल बल के साथ पहुँची है। उसके साथ बड़ी संख्या में CRPF के जवान हैं, इनमें महिला जवान भी शामिल हैं। उसके सभी ठिकानों की तलाशी ली जा रही है। उसके घर-दफ्तर और उससे जुड़े अन्य ठिकानों में तलाशी चल रही है।

शाहजहाँ शेख के ठिकानों पर ED की यह छापेमारी उसके खिलाफ दर्ज किए गए जमीन कब्जे के मामले में की जा रही है। गौरतलब है कि शाहजहाँ के खिलाफ संदेशखाली की महिलाओं ने यौन उत्पीडन और जमीन कब्जाने के आरोप लगाए हैं। शाहजहाँ पर आरोप है कि उसने आम लोगों की जमीन कब्जा करके मछली का काम किया और लोगों की जमीनें भी तबाह कर दी।

उसने जिन लोगों की जमीन हथियाई उन्हें कोई पैसा नहीं मिला। कुछ लोगों की जमीन को लीज पर लिया गया लेकिन उन्हें कोई भुगतान नहीं हुआ। इसके अलावा लोगों को मजदूरी भी नहीं दी गई। जिन लोगों ने जमीनों पर कब्जे के विरुद्ध आवाज उठाई, उन्हें मारा पीटा गया और धमकियाँ दी गईं। पुलिस और प्रशासन भी इस मामले में चुप बैठा रहा।

गौरतलब है कि ED की टीम पर शाहजहाँ शेख हमला भी करवा चुका है। सबसे पहले जनवरी, 2024 में उसके घर पर ED छापा मारने गई थी तब उसने यहाँ स्थानीय लोगों को भड़का कर और अपने गुंडों के जरिए ED टीम पर हमला करवा दिया था। इस हमले में अधिकारियों को चोटें आई थीं और साथ ही उनकी गाड़ियाँ क्षतिग्रस्त कर दी गईं थी।

शेख शाहजहाँ के खिलाफ यौन शोषण, जमीन कब्जाने और पीड़ित करने के आरोप सामने आने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। उसकी गिरफ्तारी बंगाल पुलिस ने की थी लेकिन फिर उसे कोर्ट के आदेश से सीबीआई को सौंप दिया गया था। वह वर्तमान में सीबीआई की ही गिरफ्त में है।

उसको राशन घोटाला मामले में ED भी गिरफ्तार कर सकती है। इस गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने कलकता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। हालाँकि, उसे यहाँ से कोई राहत नहीं मिली थी। वह राशन घोटाले में भी आरोपित है, उसका काला चिटठा इसी घोटाले में माध्यम से सामने आया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया