‘मुस्लिम बुजुर्ग को पीटा-दाढ़ी काटी, बुलवाया जय श्री राम’: आरोपितों में आरिफ, आदिल और मुशाहिद भी, ज़ुबैर-ओवैसी ने छिपाया

गाजियाबाद में जबरन 'जय श्री राम' बोलवाने का झूठा आरोप (वीडियो स्क्रीनग्रैब)

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसके आधार पर आरोप लगाया गया कि उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक मुस्लिम व्यक्ति से जबरदस्ती ‘जय श्री राम’ बुलवाया गया। मुस्लिम बुजुर्ग ने 4 अज्ञात लोगों पर पिटाई और जबरन दाढ़ी शेव कराने का आरोप लगाया। उक्त बुजुर्ग ने दावा किया कि उसका अपहरण कर के एक सुनसान इलाके में स्थित घर में ले जाया गया और वहीं ‘जय श्री राम’ बुलवाया गया।

मीडिया और राजनीति के एक वर्ग में हमेशा से हिन्दू प्रतीक चिह्नों को बदनाम करने की होड़ मची रहती है। इस बार भी AIMIM के असदुद्दीन ओवैसी और AltNews के जुबैर ने ‘जय श्री राम’ को बदनाम करने का बीड़ा उठाया। ओवैसी ने कहा कि हिंदुत्व में बुजुर्गों और बच्चों पर हमला करना ही वीरता कहलाती है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को टैग करते हुए उन्होंने प्रतिक्रिया की माँग की। साथ ही कहा कि ‘हिन्दू हमलावर’ हमेशा भीड़ में होते हैं, अकेले नहीं।

वीडियो शेयर करते हुए ओवैसी ने लिखा कि ये लोग उसी विचारधारा के हैं और मुस्लिमों की प्रतिष्ठा ‘हिंदूवादी गुंडों’ द्वारा छीने जा रहे हैं। इसी तरह ज़ुबैर ने भी इस खबर को शेयर कर झूठ फैलाया। लेकिन, जब पुलिस ने कल्लू और आदिल नाम के आरोपितों को इस मामले में गिरफ्तार किया तो ज़ुबैर ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और सिर्फ इसे ‘गाजियाबाद पुलिस से ताज़ा अपडेट’ करार दिया। लेकिन, आरिफ और मुशाहिद का नाम छिपा लिया।

https://twitter.com/ghaziabadpolice/status/1404532755585662981?ref_src=twsrc%5Etfw

गाजियाबाद पुलिस ने इस मामले में सच्चाई बताई है। पुलिस ने बताया कि ये घटना जून 5, 2021 की है, जिसके बारे में पुलिस के समक्ष 2 दिन बाद रिपोर्ट दर्ज कराई गई। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की जब पुलिस ने जाँच की तो पाया कि पीड़ित अब्दुल समद बुलंदशहर से लोनी बॉर्डर स्थित बेहटा आया था। वो एक अन्य व्यक्ति के साथ मुख्य आरोपित परवेश गुज्जर के घर बंथना गया था। वहीं पर कल्लू, पोली, आरिफ, आदिल और मुशाहिद आ गए।

https://twitter.com/BefittingFacts/status/1404625108170276864?ref_src=twsrc%5Etfw

वहाँ पर बुजुर्ग के साथ मारपीट शुरू कर दी गई। अब्दुल समद ताबीज बनाने का काम करता है। आरोपितों का कहना है उसके ताबीज से उनके परिवार पर बुरा असर पड़ा। अब्दुल समद गाँव में कई लोगों को ताबीज दे चुका था। आरोपित उसे पहले से ही जानते थे। पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपित पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। कल्लू और आदिल भी गिरफ्तार कर लिए गए। अन्य अभियुक्तों की जल्द गिरफ़्तारी का आश्वासन भी पुलिस ने दिया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया