घर में घुस लड़की से छेड़खानी, भाइयों को घोंपा चाकू: इदरीश, शाहरुख़, फारुख शामली (UP) में गिरफ़्तार

पीड़िता और उसके परिजनों की शिकायत के बाद हुई कार्रवाई (फोटो साभार: पत्रिका)

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर और शामली में छेड़खानी की घटनाओं के कारण हिन्दू-मुस्लिम तनाव का पुराना इतिहास रहा है। अब फिर से एक मुस्लिम युवक द्वारा एक हिन्दू लड़की से छेड़खानी के बाद उसके दोनों भाइयों को जख्मी कर दिया गया। शामली में दबंग इदरीश ने एक हिंदू लड़की के साथ छेड़छाड़ की। पीड़िता ने जब अपने दोनों भाइयों को ये बात बताई तो वो सीधा आरोपित के पास पहुँच गए। लेकिन इदरीश ने दोनों पर चाकू से हमला बोल दिया।

ये मामला कांधला थाना क्षेत्र के कनियान गाँव का है। पीड़िता के परिजन खेतों में गेहूँ की कटाई के लिए गए थे और वो घर में अकेली थी। इसका फायदा उठा कर दबंग युवक इदरीश उसके घर में घुस गया और उसने छेड़खानी शुरू कर दी। युवती ने जब इसका विरोध किया तो उसने जान से मार डालने की धमकी भी दी। इसके बाद जब युवती के परिजन वापस लौटे तो पीड़िता ने आपबीती सुनाई, जिसके बाद वो गुस्सा हो गए।

ऑपइंडिया से बात करते हुए कांधला थाना क्षेत्र के एसएचओ करमवीर सिंह ने बताया कि इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शिकायतकर्ता की तहरीर पर शाहरुख़, फारुख और इदरीश नामक आरोपितों को गिरफ़्तार किया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में आईपीसी की धारा 452 (बिना अनुमति घर में घुसना, चोट पहुँचाने के लिए हमले की तैयारी, हमला या गलत तरीके से दबाव बनाना) सहित अन्य मामलों के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।

जब युवती के दोनों भाई इदरीश के पास पहुँचे थे तो उसने साथियों के साथ मिल कर उनके पेट में चाकू घोंप दिया था। इस घटना के बाद गाँव में हड़कंप मच गया और हिन्दू-मुस्लिम तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। पुलिस बल ने मौके पर पहुँच कर स्थिति को सम्भाला। इदरीश ने 5 महीने पहले भी इसी युवती के साथ छेड़छाड़ की थी। उसने दोबारा ऐसी हरकत की है। घायलों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। उनकी हालत गंभीर है।

छेड़खानी कितनी बड़ी घटना को अंजाम दे सकती है, यह 2013 में हुए दंगों से समझा जा सकता है। सितम्बर 2013 में केवल गाँव में एक छेड़खानी की घटना के बाद शाहनवाज नामक व्यक्ति की हत्या हुई थी, जिसके बाद सचिन और गौरव नामक दो युवकों को मुस्लिम भीड़ द्वारा मार डाला गया था। फिर एक मंदिर के पास महिला श्रद्धालुओं के साथ खुलेआम छेड़खानी की गई थी। इसके बाद शाहीन चौक की एक मस्जिद में भारी भीड़ जुटी थी, जिसने दंगों को हवा दी थी। यह आग इतनी फैली थी कि मंदिरों में सरेआम तोड़फोड़ की गई। इसके बाद भाजपा ने पूरे जिले में बंद की घोषणा की थी।

हाल ही में शामली जिले में लॉकडाउन का उल्लंधन कर पंचायत में हिस्सा लेने के आरोप में 28 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था। बताया जा रहा है कि ये पंचायत इसलिए बुलाई गई थी, ताकि गाँव के एक शख्स को लेकर यह तय किया जा सके कि उसका बहिष्कार किया जाए या नहीं। नवम्बर 2018 में उत्तर प्रदेश एटीएस (आतंक-रोधी दस्ता) ने शामली से ही खालिस्तानी आतंकवादियों के मॉड्यूल को हथियार सप्लाई करने वाले आरोपितों को गिरफ़्तार किया था। 

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया